देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र राजस्थान की राजधानी जयपुर अब और निखारने जा रहा है। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने बुधवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में जयपुर शहर के परकोटा क्षेत्र को रोशन कर वहां नाइट ट्यूरिज्म को बढ़ावा देने वाले प्रोजेक्ट की समीक्षा की। शहर की खूबसूरती में चार चाँद लगाने वाले इस प्रोजेक्ट का अवलोकन करते हुए, मुख्यमंत्री राजे ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि परकोटा क्षेत्र की इमारतों के बाहरी हिस्से को विशेष साज-सज्जा के साथ इस प्रकार रोशन किया जाना चाहिए कि पुराने जयपुर के नाम से जाने जाने वाले इस क्षेत्र की खूबसूरती ज़्यादा निखर कर सामने आए।
जीवंत होगा पूरा शहर:
राज्य सरकार की इस परियोजना से राजस्थान का यह ऐतिहासिक शहर पूरी तरह से निखरकर सामने आएगा। शाम को बाजार बंद होने के बाद भी जयपुर का यह पुराना शहर जीवन्त नजर आएगा। शहर में आने वाले पर्यटक रात के समय पैदल घूमकर यहां के सौन्दर्य का आनन्द ले सकेंगे। पर्यटन की दृष्टि से परकोटा क्षेत्र की प्रमुखता को ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री राजे ने नगर निगम जयपुर के अधिकारियों को सख़्त निर्देश दिए कि यहां साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाए कि आवारा पशु यहां घूमते दिखाई नहीं दें।
दीवाली से पहले पूरा हो जायेगा पहला चरण:
शहर की रौनक को निखारनें के लिए सरकार की इस प्रस्तावित परियोजना पर त्वरित और प्रभावी काम करने के मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने निर्देश दिए है। इस समीक्षा बैठक में तय किया गया कि इस योजना के पहले चरण का कार्य इस वर्ष दीवाली से पहले, अक्टूबर, 2017 तक पूरा हो जायेगा। इसके तहत शहर के त्रिपोलिया गेट के सामने स्थित प्रमुख मार्ग ‘चौड़ा रास्ता’ एवं हमारी ऐतिहासिक धरोहर हवामहल को रोशन किया जाएगा। परियोजना के अगले चरण में परकोटे का प्रमुख केंद्र छोटी चौपड़, त्रिपोलिया बाजार और जौहरी बाजार के हेरिटेज को विशेष रोशनी से संवारा जाएगा। ताकि पर्यटक शहर की इस खूबसूरती की तरफ आकर्षित हो। सरकार ने विश्वास दिलाया है कि यह काम 15 अगस्त, 2018 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
प्रदेश में बढ़ी सैलानियों की संख्या:
पर्यटन और सैर-सपाटे के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध राजस्थान और इसकी राजधानी जयपुर में सरकार के प्रयासों से सैलानियों की संख्यां में वृद्धि हुई है। अभी हाल ही में अमेरिकन ट्रैवल एजेंसी की सर्वे रिपोर्ट में जयपुर के आमेर महल को दुनियाभर के पर्यटकों ने भारत की दूसरी सबसे पसंदीदा जगह बताई। पर्यटन विभाग की समीक्षा के दौरान सामने आया कि प्रदेश में देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या में करीब 17 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
अन्यकार्यों की भी हुई समीक्षा:
पर्यटन विभाग के कार्यों की समीक्षा के लिए हुई इस बैठक में बैठक में जयपुर में हाथीगांव, स्वदेश दर्शन योजना के तहत सांभर प्रोजेक्ट, प्रसाद योजना के अंतर्गत पुष्कर-अजमेर प्रोजेक्ट, कृष्णा सर्किट के अंतर्गत खाटूश्याम जी (सीकर), नाथद्वारा (राजसमंद), गोविन्द देवजी एवं चरण मंदिर (जयपुर) के विकास कार्य, स्पिरिच्युअल सर्किट के अंतर्गत मचकुण्ड (धौलपुर), कामां (भरतपुर), विराट नगर में बीजक, जैन नसियां, अम्बिका मंदिर, जयपुर में सामोद बालाजी, घाट के बालाजी, बंधे के बालाजी, चूरू में सालासर बालाजी, दौसा में मेहन्दीपुर बालाजी, पाण्डुपोल (अलवर), भृतहरि (अलवर) एवं सांवलिया जी (चित्तौड़गढ़) में हो रहे विकास कार्यों की गुणवत्ता व गति पर चर्चा की गई।