जयपुर। महामारी कोरोना वायरस के कारण देशभर में लॉकडाउन जारी है। सभी अपने अपने घरों में बंद है। इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्कूल में पढ़ने वालों बच्चों को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है। सीएम गहलोत के निर्देशानुसार कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को बिना वार्षिक परीक्षा के ही प्रमोट किया जाएगा। वैसे भी आरटीई के प्रावधानों के कारण पहली से आठवीं तक के बच्चों को उतीर्ण ही करना पड़ता है। लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण वार्षिक परीक्षा ही आयोजित नहीं की जा सकी थी। अगला शैक्षणिक सत्र प्रभावित न हों इसके लिए सीएम अशोक गहलोत ने गुरुवार को मंत्री गोविंद डोटासरा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर चर्चा की और बाद में ये निर्णय लिया।
9वीं और 11वीं की नहीं होगी वार्षिक परीक्षा
अब 9वीं और 11वीं के बच्चों की भी वार्षिक परीक्षा नहीं होगी। उनके नतीजे सालभर के अंकों के आधार पर जारी होंगे। जयपुर के जिला शिक्षा अधिकारी रामचन्द्र पिलानिया ने कहा कि कक्षा 9वीं और 11वीं के नतीजे सालभर बच्चे द्वारा की गई पढ़ाई और उसकी परफॉर्मेंस के आधार पर घोषित किए जाएंगे। तीन टेस्ट और अर्द्धवार्षिक परीक्षा में हासिल किए गए अंकों के आधार पर रिजल्ट जारी होगा। जबकि 10वीं और 12वीं में लापरवाही नहीं चल सकती. उनमें गुणवत्ता बनाये रखने के लिए सालभर की मेहनत देखना जरूरी है।
बैठक के बाद का किया था फैसला
आपको बता दें कि पिछले महीने 19 मार्च को कोरोना वायरस को लेकर सीएमओ में बैठक करने के बाद स्कूल, कॉलेज और बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला किया था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर लिखा कि कोरोना वायरस को लेकर अगले आदेश तक सभी स्कूल, कॉलेज और बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला लिया है। यह COVID19 के प्रसार को शामिल करने के हमारे प्रयासों के हिस्से के रूप में किया गया है। मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट के माध्यम से कहा है कि मेरी सभी से अपील एडवाइजरी के मुताबिक समान रूप से पालना करें। COVID19 के प्रसार को रोकने के लिए पब्ल्कि मुवमेंट से बचें ताकि इस वायरस का प्रसार नहीं हों।