कोटा, 25 मई। कोटा में सरकारी सहायता के बिना अब तक के सबसे बड़े कौशल विकास कार्यक्रम स्किल अप कोटा का गुरूवार को जोरदार आगज हुआ। शुभारंभ करने आए बोट कम्पनी के कोफाउंडर शार्क टैंक इंडिया फेम ने अपनी कहानी से प्रतिभागियों और युवाओं को जिन्दगी का फलसफ़ा समझा दिया। उन्होंने कहा कि डिग्री होना अच्छी बात है, लेकिन स्किल्ड होना ज्यादा जरूरी है। देश को आगे बढ़ाना है तो सिर्फ डॉक्टर और इंजीनियर नहीं सभी प्रकार के काम जानने वाले लोग चाहिएं। असफलता से कभी नहीं घबराएं। सफलता का आनन्द उसे ही आता है जो असफल हुआ हो।
रोड नम्बर एक स्थित सीपी ऑडिटोरियम में आयोजित उद्घाटन समारोह में अमन ने अपनी पूरी जिंदगी को एक पॉवर पाइंट प्रजंटेशन में समेटा और प्रतिभागियों और युवाओं को सवा पच्चीस मिनट में सफलता की वह टिप्स दी जो शायद अपनी जिन्दगी के 25 वर्षों में वे नहीं सीख पाए हों।
जिन्दगी में कुछ बड़ा करना चाहते हो तो डर और ईगो त्याग दो
रिस्क लेने से मत घबराओ: जीवन में कुछ बड़ा करना है तो डर और ईगो को त्याग दो। कभी रिस्क लेने घबराओ मत। मन का डर हमें असुरक्षित महसूस करवाते हुए अक्सर सही दिशा में जाने से रोक देता है। आगे बढ़ना है तो इस बाधा को तोड़ना पड़ेगा।
सफल लोगों ने भी देखी है असफलता: दुनिया में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति को जो असफलता देखे बिना सफल हुआ हो। मेरी भी चार कम्पनी डूबीं, घर वालों का सारा पैसा खत्म कर दिया। लेकिन एक सफलता ने इस ऊंचाई पर पहुंचा दिया। टेंशन किए बिना, कोशिश करते रहो।
सामने आया मौका छूटना नहीं चाहिएः जिन्दगी सबको मौका देती है। जब भी अवसर सामने दिखे, उसे पकड़ लो। कोविड के दौरान जब सरकार मेक इन इंडिया योजना लाई तो बोट ने स्थानीय स्तर पर उत्पादन किया और आज विश्व का दूसरा सबसे बड़ा वियरेबल ब्रांड है।
अपने पैशन को फॉलो करोः जिन्दगी में अपना पैशन फॉलो करना जरूरी है। विनम्र और मितव्ययी रहते हुए हमें बेसिक्स पर डटे रहते हुए आगे बढ़ना चाहिए। हमेशा काम वहीं करें जिसमें दिल और दिमाग दोनों साथ दें। यदि ऐसा है तो आपकी नाव को तैरने से कोई नहीं रोक सकता।
शिक्षा के साथ स्किल डवलपमेंट का भी केंद्र बने कोटा
अमन ने कहा कि उन्होंने कोटा के बारे में काफी सुना था, लेकिन यहां आने का कभी मौका नहीं मिला। स्किलअप कोटा कार्यक्रम की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि कोटा शिक्षा नगरी है लेकिन इस तरह की शुरूआत इस शहर को स्किल डवलपमेंट का भी केंद्र बना सकती है। उन्होंने कहा कि आने वाला समय भारत का है। ऐसे में हमें अधिक से अधिक स्किल्ड मेनपावर की आवश्यकता है। युवाओं को स्किल्ड बनाने की शुरूआत कहीं से तो होनी थी, खुशी की बात है कि कोटा में आन्या फाउंडेशन ने इसके लिए पहल की है।
जिंदगी को नई दिशा देती है वित्तीय आजादीः अंजलि
आन्या फाउंडेशन की संयोजक और वरिष्ठ सिविल सेवक अंजलि बिरला ने कहा कि वित्तीय स्वतंत्रता जीवन में आत्मबल और आत्मविश्वास उत्पन्न करती है। इसी सोच के साथ यह कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है ताकि युवा आत्मनिर्भर बन सकें। कार्यक्रम में जिन सात स्किल्स के प्रशिक्षण को शामिल किया गया है, उसकी काफी मांग है। युवा यदि इन्हें तन्मयता से सीखकर अपना कौशल विकास करते हैं तो आन्या फाउंडेशन भी सफलता की राह में भरोसेमंद साथी के रूप में उनका साथ देगा। कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी और कोटा उपभोक्ता होलसेल भण्डल लि के अध्यक्ष हरिकृष्ण बिरला, आन्या फाउंडेशन की सहसंयोजक आकांक्षा बिरला तथा आन्या फाउंडेशन की टीम उपस्थित रही।
अपनी क्षमताओं को पहचानना जरूरीः माहेश्वरी
करियर पॉइंट गु्रप के निदेशक ओम माहेश्वरी ने कहा कि स्किल डवलपमेंट व्यक्ति के जीवन को निखारता है। आज के जमाने में युवाओं को स्किल्ड होना बेहतद आवश्यक है। यदि वे स्किल्ड होंगे तो ही समाज में अपन लिए कोई मुकाम बना सकेंगे। इसके साथ यह भी आवश्यक है कि व्यक्ति स्किल्स के साथ अपनी क्षमताओं को भी पहचाने। व्यक्ति उसी दिशा में स्वयं के कौशल में निखार लाए जिसमें वह पूरी क्षमता से कार्य कर सके।
पौधा हरि की पहल पर किया पौधारोपण
स्किल अप कोटा कार्यक्रम से पूर्व पौधा हरि संस्था की पहल पर पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें बोट के को-फाउंडर अमन गुप्ता, करियर पॉइंट के निदेशक ओम माहेश्वरी व सिविल सेवक अंजलि बिरला ने करियर पॉइंट परिसर में पौधारोपण किया। इस दौरान संस्था से जुड़े नमन माहेश्वरी व अन्य प्रतिनिधि भी मौजूद रहे