आज अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्वीकृत विश्व शांति दिवस हर साल 21 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन विश्व शांति और विशेष रूप से युद्ध और हिंसा के नहीं होने को समर्पित है। पहली बार विश्व शांति दिवस 1982 में मनाया गया था। उसके बाद 2013 में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव द्वारा शांति शिक्षा के लिए यह दिन समर्पित कर दिया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने समाज में शांति, समरसता और सामाजिक सौहार्द के लिए एकजुट रहने का संकल्प लेने का आव्हान किया है।
आज के दिन दो देश अपने बीच कई करार करके दुनिया को इस बात का संकेत देते हैं कि विश्व शांति के लिए वो अपने बीच के मतभेद भुला कर आगे होने वाली किसी भी लड़ाई या युद्द को रोक रहे हैं। विश्व शांति दिवस पर सभी देशों से प्रस्ताव भी मांगे जाते हैं जिससे आने वाले समय में दुनियाभर में शांति व्यवस्था बनाए रखी जा सके।
The need of the hour is world peace and on this #InternationalDayOfPeace we must vow to unite against threats to peace and restore harmony in society. pic.twitter.com/Y5IJyQS1co
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) September 21, 2018
दुनियाभर में किसी भी तरह से पड़ौसी देशों के बीच शांति बनी रहे, इसके लिए संयुक्त राष्ट्र हर मुमकिन कोशिश करता है। कई धर्मों और धार्मिक नेताओं ने भी हिंसा खत्म करने और/या विश्व शांति की इच्छा व्यक्त की है। इसी के लिए हर साल संयुक्त राष्ट्र कई तरह के कार्यक्रम भी रखता है। इस कार्यक्रम की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र शांति घंटी बजाकर होती है जो संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय (न्यूयॉर्क शहर) में लगी है। घंटी अफ्रीका को छोड़कर सभी महाद्वीपों के बच्चों द्वारा दान किए गए सिक्कों से बनाई गई है जिसे जापान के संयुक्त राष्ट्र संघ ने उपहार में दिया था। यह घंटी युद्ध में इंसान की कीमत की याद दिलाता है। इसके साइड में लिखा है ‘पूर्ण विश्व शांति अमर रहे’।
Read more: सत्य की राह पर अडिग रहने की सीख देती है हजरत इमाम हुसैन की शहादत