राजस्थान में अन्तरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस पर एक लाख पौधे रोपे जाने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य की 20 हजार से अधिक सहकारी संस्थाओं का इस पहल में सहयोग रहेगा। इसके लिए सहकारी संस्थाओं को निःशुल्क पौधे उपलब्ध कराने के लिये वन विभाग को लिखा जा चुका है तथा संस्थाओं को भी पत्र द्वारा आयोजन को लेकर सूचित कर दिया गया है। विभाग के अधिकारियों को भी इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं।
शीर्ष सहकारी संस्थाओं द्वारा 10-10 पौधों तथा अन्य सभी सहकारी संस्थाओं द्वारा 5-5 पौधों का रोपण किया जाएगा। 96वें अन्तरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस तथा 24वे यूएन डे ऑफ कॉऑपरेटिव्स का आयोजन 7 जुलाई को होगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने बताया कि इस वर्ष अन्तरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस ‘सतत उपभोग एवं उत्पादन’ की थीम तथा ‘सहकारिता के माध्यम से सतत समाज’ स्लोगन के साथ मनाया जा रहा है। इस मौके पर प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों एवं पर्यावरण सुरक्षा को देखते हुए विभाग द्वारा एक लाख से अधिक पौधे लगाने का निर्णय किया गया है।
प्रमुख शासन सचिव, सहकारिता अभय कुमार ने बताया कि समाज के सतत विकास के लिए सहकारिता के माध्यम से पौधारोपण जैसा कार्य आने वाली पीढ़ियों के विकास में सहायक होगा। संस्थाओं द्वारा होने वाले पौधारोपण के अवसर पर गोष्ठियों का भी आयोजन किया जायेगा। जिसमें सहकारिता के माध्यम से लोगों के जीवन को बेहतर बनाने एवं राज्य सरकार की सहकारिता के माध्यम से चलाई जा रही योजनाओं से भी अवगत कराया जायेगा।
इस बारे में रजिस्ट्रार, सहकारिता राजन विशाल ने बताया कि संस्थाओं द्वारा रोपण किए गए पौधों की देखभाल लगातार 5 वर्ष तक सुनिश्चित की गई है। पर्यावरण सुरक्षा के प्रति प्रेरित करने के लिये पौधा गोद लेने वाले नामित का नाम डिसप्ले किया जाएगा। रोपित पौधों की समय-समय पर मॉनिटरिंग एवं उसकी देखभाल की जिम्मेदारी के लिये संस्था के अधिकारी एवं कर्मचारी नियुक्त किए जाएंगे और रोपित होने वाले पौधों की जीवितता की त्रैमासिक रिपोर्ट भी मंगवाई जाएगी। संभाग स्तर पर पौधों की जीवितता के आधार पर वर्ष में एक बार पुरस्कार देने का भी निर्णय किया गया है।
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