राजस्थान के हनुमानगढ़ में सोमवार सुबह करीब 10:25 बजे भारतीय वायुसेना का मिग-21 फाइटर जेट विमान क्रैश हो गया। हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई, जबकि एक पुरुष समेत तीन लोग घायल हैं। एक घायल गंभीर बताया जा रहा है। फाइटर जेट के पायलट राहुल अरोड़ा (25 वर्ष) और को-पायलट सुरक्षित हैं।
जानकारी के अनुसार हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा के गांव बहलोल नगर के पास भारतीय वायुसेना का फाइटर जेट विमान दुर्घटनाग्रस्त होकर एक घर पर गिर गया। हादसे के दौरान पायलट और को-पायलट ने पैराशूट के जरिए कूदकर अपनी जान बचा ली। लेकिन मकान पर विमान गिरने से आसपास के लोग इसकी चपेट में आ गए। अब तक हादसे में तीन महिलाओं की मौत की खबर सामने आई है। मृतक महिलाओं के नाम बंसो, बंतो और लीलादेवी हैं। हनुमानगढ़ सदर थाना इंचार्ज एसएचओ लखबीर सिंह ने तीन मौतों की पुष्टि की है। हादसे में एक पुरुष समेत तीन लोग घायल हैं।
लोगों ने की पायलट की मदद
हादसे के बाद घटनास्थल पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। पीलीबंगा पुलिस और सेना का हेलिकॉप्टर मदद के लिए मौके पर पहुंचा। हादसे के बाद गांव के लोग तत्काल घटनास्थल की तरफ भागे और पैराशूट की सहायता से उतरे पायलट की मदद की। लोगों ने पायलट को छांव में लिटाया और उसे मालिश की। वहीं, कुछ लोगों ने जिस घर पर विमान गिरा उसमें लगी आग को बुझाया। हादसे की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस मौके पर पहुंची।स्थानीय पुलिस का कहना है कि पायलट को एयरलिफ्ट किया गया है। पायलट के लिए वायुसेना का एमआई 17 विमान भेजा गया है। मिग- 21 जिस घर की छत पर जाकर गिरा था, वहां तीन महिलाएं और एक आदमी मौजूद था। हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई है। दो लोग गंभीर घायल हैं, जिन्हें अस्पताल भेजा गया है। हादसे में घायल एक महिला विमला उर्फ निक्की हनुमानगढ़ टाउन के सरकारी अस्पताल में भर्ती है, जहां उसका इलाज जारी है। ASI लालचंद ने फिलहाल महिला के ठीक होने की जानकारी दी है। वहीं, हादसे में घायल अन्य महिलाओं का इलाज पीलीबंगा और हनुमानगढ़ अस्पताल में जारी है।
पालयट की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा
हनुमानगढ़ में क्रैश हुए मिग-21 विमान को पायलट राहुल अरोड़ा उड़ा रहे थे। उनकी सूझबूझ के चलते बड़ा हादसा होने से टल गया। हादसे के वक्त वह किसी तरह विमान को घनी आबादी वाले इलाके से दूर लेकर पहुंचे, लेकिन जिस मकान पर विमान गिरा वह रिहायशी इलाके में सबसे आखिर में बना था। हादसे के प्रत्यक्षदर्शी हरीश और अन्य लोगों ने बताया कि भारतीय वायुसेना के पायलट द्वारा सूझबूझ से काम लेते हुए विमान को गांव के बाहर की तरफ लाया गया, घनी आबादी वाले इलाके में विमान के गिरने से और भी बड़ा हादसा हो सकता था। जिस घर पर विमान गिरा है, वहां बच्चे खेल रहे थे।