जयपुर। अगले महीने राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। प्रदेश में अभी कांग्रेस की सरकार है और भारतीय जनता पार्टी यहां सत्ता में वापसी करने को बेताब है। राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान होना है। पहले 23 नवंबर को वोटिंग होनी थी, लेकिन लोगों की मांग को देखते हुए चुनाव आयोग ने इसे 25 नवंबर कर दिया। नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। आइए जानते है राजस्थान के गठन के बाद से अब तक कितने मुख्यमंत्री बने है।

अब तक प्रदेश में 13 सीएम बने
साल 1949 में राजस्थान के गठन के बाद से प्रदेश में अब तक 13 व्यक्ति मुख्यमंत्री बने हैं। इन मुख्यमंत्रियों ने 21 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इस तरह पिछले 74 साल में देखा जाए तो एक मुख्यमंत्री का औसतन कार्यकाल 3.5 वर्ष रहा है। सर्वाधिक चार बार मुख्यमंत्री पद की शपथ मेवाड़ के मोहनलाल सुखाड़िया ने ली। इसके बाद भैंरोसिंह शेखावत, अशोक गहलोत, हरिदेव जोशी ने तीन-तीन बार कार्यभार संभाला। वसुंधरा राजे ने 2 बार सीएम पद की शपथ ली। शेष 8 मुख्यमंत्रियों ने एक-एक बार पद संभाला।

प्रदेश में ये बनें हैं सीएम
1. हीरालाल शास्त्री
2. सीएस वैंकटाचारी
3. जयनारायण व्यास
4. टीकाराम पालीवाल
5. मोहनलाल सुखाडिय़ा
6. बरकतुल्ला खां
7. हरिदेव जोशी
8. भैरोंसिंह शेखावत
9. जगन्नाथ पहाडिय़ा
10. शिवचरण माथुर
11. हीरालाल देवपुरा
12. अशोक गहलोत
13. वसुंधरा राजे

हीरालाल शास्त्री थे पहले मुख्यमंत्री
प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री हीरालाल शास्त्री (1949-1951) थे। उनके बाद भारतीय सिविल सेवा के अधिकारी व बीकानेर राज्य के प्रधानमंत्री सीएस वैंकटाचारी मुख्यमंत्री बने। तीसरे नम्बर पर जोधपुर के जयनारायण व्यास सीएम बने। उन्होंने किशनगढ़ उपचुनाव जीतकर 1952 में सीएम की कुर्सी संभाली। प्रदेश के प्रथम निर्वाचित सीएम 1952 में टीकाराम पालीवाल बने, जो खुद व्यास की सरकार में मंत्री रहे थे।

सुखाड़िया 17 साल, अशोक गहलोत 15 साल, देवपुरा 15 दिन
प्रदेश में मुख्यमंत्री का सर्वाधिक कार्यकाल 1954 से लेकर 1971 तक मोहनलाल सुखाडिय़ा का रहा। वे ऐसे सीएम थे जिन्हें एक राज्यपाल द्वारा दो बार शपथ दिलाई गई। मुख्यमंत्री के तौर पर सबसे कम कार्यकाल केवल 15 दिन का हीरालाल देवपुरा का रहा। वे 1985 में केवल 15 दिन के लिए सीएम बने थे।

सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता
1- मोहनलाल सुखाड़िया- 17 साल
2- अशोक गहलोत- 15 साल
3- भैरासिंह शेखावत- 10 साल
4- वसुंधरा राजे- 10 साल
5- हरिदेव जोशी- 7.5 वर्ष

4 मुख्यमंत्री बाद में राज्यपाल भी बने
– मोहनलाल सुखाड़िया- तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश व कर्नाटक के राज्यपाल रहे।
– हरिदेव जोशी- असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे।
– जगन्नाथ पहाडिय़ा- हरियाणा व बिहार के राज्यपाल बने।
– शिवचरण माथुर- असम के राज्यपाल रहे।