राज्य में पहली बार विधानसभा चुनाव में घर से वोटिंग की सुविधा मिलेगी। 18.5 लाख मतदाताओं को घर बैठे वोट डालने की सुविधा दी जाएगी। भारत निर्वाचन आयोग ने 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों और 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले मतदाताओं के लिए यह नई सुविधा शुरू की है।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्य में पहली बार विधानसभा आम चुनाव में 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों तथा 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता श्रेणी वाले विशेष योग्यजन मतदाताओं के लिए घर पर ही मतदान की पहल की गई है। इन चुनावों में 18.5 लाख पात्र मतदाताओं को विकल्प के तौर पर यह सुविधा मिल सकेगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि आयोग ने समावेशी चुनाव की दिशा में यह नवाचार किया है। इसके तहत बूथ लेवल अधिकारी घर-घर जाकर पात्र मतदाताओं को घर-घर जाकर मतदान के संबंध में जानकारी दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह सुविधा एक विकल्प के तौर पर है। यदि पात्र मतदाता इस सुविधा का विकल्प चुनना चाहते हैं, तो उन्हें चुनाव अधिसूचना जारी होने के 5 दिनों के भीतर बीएलओ द्वारा दिया गया 12-डी फॉर्म भरना होगा।
गुप्ता ने कहा कि होम वोटिंग का विकल्प चुनने वाले इन मतदाताओं की सूची रिटर्निंग अधिकारी द्वारा सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराई जाएगी। गठित मतदान दल इन मतदाताओं को पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान करायेगा। बता दें कि राज्य में 80 साल से अधिक उम्र के 12 लाख 13 हजार 817 मतदाता और 5 लाख 95 हजार मतदाता विशेष योग्यजन के रूप में पंजीकृत हैं।