जयपुर। राजस्थान में रीट पर जारी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को भी विधानसभा में रीट धांधली को लेकर 2 घंटे की बहस के बावजूद फिर गतिरोध बन गया है। बीजेपी विधायकों ने दो घंटे की बहस के बाद ससंदीय कार्यमंत्री शांति धारीपवाल के जवाब के बाद वेल में आकर हंगामा शुरू कर दिया। शांति धारीवाल ने सीबीआई जांच की मांग ठुकराते हुए जब निंबाराम के बहाने आरएसएस पर आरोप लगाए तो बीजेपी विधायकों ने आपत्ति की। नाराज भाजपा विधायकों ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए वेल में आकर नारेबाजी शुरू कर दी।

धारीवाल ने दिया ये बयान
रीट पर बहस के दौरान धारीवाल ने कहा कि बीजेपी राज में आरएसएस और बीजेपी के अनुशांगिक संगठनों के रिटायर्ड लोगों को डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर लगाया जाता था। प्राइवेट कॉलेज में काम करने वाले डॉ. एसएन नाथवत को रीट परीक्षा में जिला कॉर्डिनेटर बनाया था। पाराशर जैसे व्यक्ति को हमने को-ऑर्डिनेटर लगा दिया, जिसकी वजह से हमें नीचे देखना पड़ रहा है। एक व्यक्ति् की वजह से पूरे संगठन को बदनाम नहीं कर सकते। क्या-क्या काम नहीं किए हैं राजीव गांधी स्टडी सर्कल ने, कई सेमीनार और अन्य आयोजन किए हैं। एक व्यक्ति की वजह से आप पूरे संगठन को बदनाम करो तो आपका आरएसएस तो बदनाम हो चुका।

कटारिया ने भी साधा निशाना
वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि किस कोचिंग से कितने बच्चे पास हुए, उसका मिलान करना जरूरी है। आप अगर ईमानदारी से पिछली भर्तियों की जांच करोगे तो 25 से 30 फीसदी ऐसे मिलेंगे, जिन्होंने गलत तरीके अपनाकर या नकल करके नौकरी पाई है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी स्टडी सर्किल के जरिए पूरा बंटाधार हुआ। 2012 में टेट हुई, तब आज के तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग बेार्ड के अध्यक्ष थे। उस समय नरेंद्र तंवर जो गर्ग का खास था, उसके घर छापा पड़ा तो 50 करोड़ की एफडी मिली थी। एक जीके माथुर भी पकड़े गए थे। ये सारे लोग गर्ग के खास थे।