राजस्थान के जैसलमेर जिले के पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में फिर से दिल दहला देने वाले धमाकों की गूंज सुनाई देने लगी है। कुछ ऐसे ही गूंज यहां 6 माह पहले भी सुनाई दी थी। वजह पहले जैसी ही है। यहां एम-777 अल्ट्रा लाइट हॉवित्जर तोप का परीक्षण फिर से शुरू हुआ है। हालांकि हॉवित्जर तोप का परीक्षण वर्ष 2008-10 में हो चुका है। लेकिन वर्ष 2016 में भारत ने अमेरिका से 145 हॉवित्जर तोपों की खरीद की है। इनमें से दो तोपें 18 मई, 2017 को भारत पहुंची थी। इनका परीक्षण पिछले साल जून में शुरू हुआ था लेकिन 2 सितम्बर को परीक्षण के दौरान हॉवित्जर तोप की नोजल फट जाने से यह परीक्षण बंद कर दिया गया था।
4 से 40 किमी तक है मारक क्षमता
हॉवित्जर तोपों का परीक्षण डायरेक्ट व इनडायरेक्ट सहित दो तरह से किया जा रहा है। डायरेक्ट रेंज में हॉवित्जर तोप 4 किमी तक की मारक क्षमता में सक्षम है। जबकि इनडायरेक्ट में 30 से 40 किमी तक दुश्मन के ठिकानों को नेस्तनाबूद करने की ताकत रखती है। हॉवित्जर तोप एक मिनट में 4 राउण्ड निकालती है जो दुश्मनों के दिल दहला देने के लिए काफी है।
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