बीकानेर। जिला पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ व आईंईसी प्रकोष्ठ द्वारा किसान भवन, स्वामी केशवानन्द कृषि विश्वविद्यालय, बीछवाल, बीकानेर में जिले के विभिन्न ब्लॉक की एएनएम व आशा सहयोगिनी के साथ जिला एवं संभाग स्तरीय अधिकारियों द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
डॉ. देवेन्द्र चौधरी, संयुक्त निदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवायें, बीकानेर जोन, बीकानेर द्वारा उक्त पावन दिवस पर महिला सशक्तिकरण, महिला शिक्षा, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ, कन्या भू्रण हत्या रोकथाम, लिंग परीक्षण, मुखबिर योजना इत्यादि विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गई तथा महिलाओं को शिक्षा की ओर अधिकतम ध्यान देने पर जोर दिया। उन्होने बताया कि आज के दौर में महिलायें किसी भी क्षेत्र में पुरूषों से कम नहीं है, केवल उन्हें अवसर मिलने की जरूरत है।
सीएमएचओ डॉ. मोहम्मद अबरार पंवार द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उपस्थित समस्त महिलाओं को नारी शक्ति का सम्बोधन कर उक्त दिवस पर बधाई दी तथा महिलाओं के अधिकार एवं कृतव्यों पर विस्तृत चर्चा की तथा जिले के लिंगानुपात मे सुधार हेतु महिलाओं की भागीदारी की बात कही।
डॉ. राजेश गुप्ता, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी, बीकानेर द्वारा महिलाओं की वर्तमान स्थिति तथा प्रदेश व जिले के लिंगानुपात पर विस्तृत चर्चा की तथा गिरते हुए लिंगानुपात के सामाजिक एवं आर्थिक कारणों पर चर्चा करते हुए उक्त की रोकथाम पर चर्चा की। डॉ. लोकेश गुप्ता उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (स्वास्थ्य) बीकानेर द्वारा महिलाओं को उक्त दिवस पर बधाई देते हुए उनके द्वारा अपने हको पर सचेत रहते हुए सर्वागिंण विकास की बात कही।
श्रीमति रेणु बिस्सा, जिला आशा समन्वयक ने महिला सशक्तिकरण एवं कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम हेतु व्यापक जनजागरण/जनचेतना की बात कही तथा बताया कि समाज में लिंगभेद की कुरूति को जड़ से समाप्त करने की आवश्यकता है। श्री महेन्द्र सिंह चारण, जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक ने जिले की गिरती एस आर बी पर चिन्ता व्यक्त करते हुए उपस्थित महिला समुह से मुखबिर योजना (लिंग परीक्षण की जानकारी देने पर 3 लाख का ईनाम) पर विस्तृत रूप से चर्चा की तथा चयन आधारित गर्भपात पर व्यापक अंकुश लगाने की चर्चा की एवं उपस्थित सभी को कन्या भ्रूण हत्या एवं लिंग परीक्षण नहीं करने की शपथ दिलाई।