बूंदी.एसीबी बूंदी की टीम ने दो साल पुराने रिश्वत के मामले में कोटा आरके. पुरम थाने के दो सिपाही को सोमवार को गिरफ्तार किया है। आरोपी सिपाही ने एक महिला परिवादी से जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई की मांग के एवज में रिश्वत की मांग की थी। कोटा एसपी द्वारा अभियोजन स्वीकृति मिलने के बाद दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर कोटा एसीबी कोर्ट में पेश किया,जहां से दोनों आरोपी को 6 मई तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
बूंदी चौकी इंचार्ज हरीश भारती ने बताया कि कोटा दशहरा मैदान हाल देवनारायण आवास में रहने वाली परिवादी रूकमा गुर्जर ने एक परिवाद पेश किया था, जिसमें बताया कि कोई 5-10 जनों की टीम बीसी का काम करती थी, उसमें एक व्यक्ति ने खाली चैक में साइन कराकर उसके पैसे निकलवा लिए। बाद में महिला परिवादी ने कोटा के आरके. पुरम थाने में रिपोर्ट दी।
थाने में तैनात हेड कांस्टेबल रामदेव व कांस्टेबल रविंद्र ने परिवादी द्वारा पेश की गई रिपोर्ट पर कार्यवाई करने की एवज में रिश्वत की मांग की थी। बाद में पीडि़ता ने कोटा एसीबी में इसकी शिकायत दी। पुलिस ने सत्यापन कराया तो रविंद्र ने 2800 और रामदेव ने 1 हजार रुपए लिए थे। बाद में रामदेव ने सात हजार रुपए देने के लिए बुलाया था, लेकिन परिवादी पर शक होने पर आरोपी सिपाही ने पैसे नहीं लिए। बाद में एसीबी ने रिपोर्ट जांच के लिए जयपुर भेजी। वहां प्रकरण दर्ज होने के बाद बूंदी एसीबी उप अधीक्षक ज्ञानंचद मीणा को मामले की जांच सौंपी। मामला नवंबर 2021 का है, जिसमें मुख्यालय से जून 2022 में प्रकरण दर्ज हुआ था। कोटा एसपी द्वारा अभियोजन स्वीकृति मिलने के बाद दोनों आरोपी सिपाही को गिरफ्तार कर लिया। जहां से दोनों आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया।