जयपुर। अपनी बेबाकी को लेकर चर्चा में रहने वाले पंजाब कांग्रेस के इंचार्ज और राजस्थान के पूर्व मंत्री हरीश चौधरी ने एक बयान ने फिर से सियासी हलचल बढ़ा दी है। इरीश चौधरी ने अपनी ही पार्टी की अशोक गहलोत सरकार पर सवाल उठाए है। कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए चौधरी ने जयपुर में सिविल लाइन स्थित अपने आवास पर प्रेस वार्ता कर आरोप लगाया कि ओबीसी अभ्यर्थियों के साथ अन्याय हो रहा है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पूर्व राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने ओबीसी वर्ग की आरक्षण से जुड़ी विसंगतियों को दूर कर सही रोस्टर बनाने की मांग की है।
अपनी सरकार के सिस्टम पर हरीश चौधरी ने उठाए सवाल
हरीश चौधरी ने कहा कि राजस्थान में ओबीसी वर्ग को 21 फीसदी आरक्षण मिला हुआ है। लेकिन भर्तियों को लेकर कार्मिक विभाग ने जो रोस्टर बनाया है वह सही नहीं है। पिछले बरसों में हुई भर्तियों में ओबीसी वर्ग के साथ अन्याय किया गया है। हरीश चौधरी ने कहा कि सिस्टम में बैठे लोग चाहते हैं कि सामान्य घरों के छात्र आंदोलन की राह पकड़े और उन पर मुकदमे दर्ज हो ताकि उन्हें भविष्य में सरकारी नौकरी नहीं मिल पाए। लेकिन अब समय बदल गया है। हम हमारा हक और अधिकार लेने के लिए नई परिस्थितियों के नए हथियार से आंदोलन करेंगे।
हरीश ने दी चेतावनी, सभी जिलों में शुरू होगा आंदोलन
हरीश चौधरी ने कहा कि ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ हो रहे अन्याय के विरोध में सभी जिलों में ओबीसी संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलन शुरू किए जाएंगे। ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों को इसके बारे में बताया जाएगा। इसके साथ ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी इसके बारे में अभ्यर्थियों को जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं इस मामले को लेकर दो बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिला हूं और उनके सामने भी इस मामले को उठाया है।
दिल्ली वाले चला रहे सरकार
हरीश चौधरी ने कहा कि मीटिंग में पंजाब के हालात के बारे में चर्चा हुई। लोगों ने बदलाव के लिए आप की सरकार बनाई। किसी भी दिशा में बदलाव नजर नहीं आया। बदलाव नहीं कर पाए तो बदले की राजनीति पर उतर आए। दिल्ली में बैठकर दिल्ली वाले पंजाब की सरकार चला रहे हैं। यह पंजाब है। संगरूर के चुनाव नतीजे ने इससे संदेश दे दिया है। चौधरी ने कहा कि आशू बांगड़ और संगत सिंह गिलजियां के खिलाफ बिना किसी सबूत के केस दर्ज किया गया है।
आलाकमान की नाराजगी बताई जा रही वजह
राजनीति के जानकारों का कहना है कि बाड़मेर के बायतु से आने वाले विधायक हरीश चौधरी से आलाकमान भी पिछले साल से नाराज चल रहा है। पंजाब फोन प्रकरण के खुलासे के बाद उनके मंत्री पद तक के इस्तीफा मांगने तक की खबर सामने आई थी। कैप्टन अमरिंदर सिह से उनकी सियासी अनबन भी इस दौरान खुली थी, जिससे आलाकमान नाराज था। इसके बाद पंजाब में कांग्रेस की सरकार जाने से आलाकमान की नाराजगी और बढ़ गई। सूत्रों की मानें तो लगातार आलाकमान की नाराजगी झेल रहे हरीश चौधरी को इस मामले में सीएम अशोक गहलोत का साथ भी नहीं मिल रहा है। लिहाजा अब सरकार के खिलाफ बयान देकर चौधरी आलाकमान को संदेश देना चाहते हैं।