जयपुर में राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सदन में हनुमान चालीसा की गूंज सुनाई दी. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कांग्रेस विधायक ममता भूपेश को नास्तिक बताकर हनुमान चालीसा का पाठ करने की चुनौती दी। इसको लेकर काफी देर तक सदन में बहस होती रही।
मंत्री ममता भूपेश और राठौड़ के बीच तीखी नोकझोंक हुई
हिंदू धर्म की परिभाषा को लेकर मंत्री ममता भूपेश और राठौड़ के बीच तीखी नोकझोंक हुई। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने जब कांग्रेस पर राम की आस्था पर सवाल उठाने का आरोप लगाया तो महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने सदन में जय सियाराम के नारे लगाए। उपनेता प्रतिपक्ष व राजस्व मंत्री ने हनुमान चालीसा का पाठ किया।
मंत्री ममता भूपेश ने राजेंद्र राठौड़ से कहा- कम से कम सांवलियाजी और नाथद्वारा मंदिर के दोनों बिलों पर तो बोलिए, दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण बिलों हैं। आप जैसे विद्वान व्यक्ति से यह अपेक्षा की जाती है कि कम से कम इस पर बोलें। आप उस बात को भूल गए हैं।
राठौड़ ने ममता भूपेश को बताया नास्तिक
राठौड़ ने कहा- मैं हर साल सांवलिया सेठ के दर्शन करने जाता हूं, नाथद्वारा भी जाता हूं। मैं आपकी तरह नास्तिक नहीं, आस्तिक हूं। ममता भूपेश ने नास्तिक होने पर आपत्ति जताते हुए कहा- इसे हटाया जाना चाहिए, किस आधार पर मुझे नास्तिक कहा गया। राठौड़ ने कहा कि आप नास्तिक हैं।
भूपेश ने कहा कि मैं माथे पर मेहंदीपुर बालाजी का तिलक लगाकर आयी हूं, आपने मुझे नास्तिक कैसे कहा, मैं इनके जैसे दिखावे वाली आस्तिक नहीं हूं। बाद में सभापति ने इसे सदन की कार्यवाही से हटाने को कहा।
राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने किया हनुमान चालीसा का पाठ
राजेंद्र राठौर ने ममता भूपेश को चुनौती देते हुए कहा कि वह नास्तिक कहने के लिए माफी मांगते हैं। यह हनुमान चालीसा पढ़ कर सुना दें, मैं मान जाऊंगा। इसके बाद राजेंद्र राठौड़ ने हनुमान चालीसा की कुछ पंक्तियों सुनाईं। शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा- आप सुना दीजिए और मैं भी सुना देता हूं। राठौड़ ने कल्ला से कहा कि आप तो सब जानते हैं। इसी बीच राजस्व मंत्री रामलाल जाट भी खड़े हो गए और हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे।