राजस्थान में गुर्जर आरक्षण का मामला एक बार फिर गरमा गया है। 5प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर प्रदेशभर में आज से गुर्जर सड़कों पर उतर आए हैं। गुर्जर समाज के लोगों ने सवाईमाधोपुर के मलारना डूंगर में महापंचायत के जरिए हुंकार भर दी है। गुर्जर आरक्षण समिति के मुखिया कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने गहलोत सरकार को शाम 5 बजे तक अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि अगर शाम तक सरकार की ओर से स्थिति स्पष्ट नहीं होती है और हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो जयपुर आने वाले सारे रास्तों को जाम कर हम रेल पटरियों पर जमा होंगे।
बैंसला ने बताया कि हम 5 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर पिछले 14 सालों से संघर्ष कर रहे हैं। समाज अपनी मांग को लेकर अब और इंतजार नहीं कर सकता। शाम 5 बजे तक सरकार ने हमारी मांग पूरी नहीं कि तो तो हम आंदोलन को पूरी तरह से शुरू करेंगे और इससे होने वाले सभी नुकसान की जिम्मेदार गहलोत सरकार होगी। आंदोलन के दौरान टोंक-जयपुर, जयपुर-अजमेर, आगरा-जयपुर, कोटपुतली-जयपुर हाईवे को जाम किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर हम रेलमार्गों को जाम करेंगे। गुर्जर समाज अब सरकार की नज़रअंदाजी को बर्दाश्त नहीं करेगा।
गुर्जरों की ओर से आंदोलन की चेतावनी के बाद प्रदेश के 14जिलों को हाईअलर्ट पर रखा गया है। सुरक्षबलों को जगह-जगह तैनात किया गया हैं वहीं, सीएस डीबी गुप्ता ने दौसा, करौली, भरतपुर, धौलपुर, अलवर, टोंक, सवाईमाधोपुर, कोटा, झालावाड़, बूंदी, भीलवाड़ा, अजमेर, राजसमंद, जयपुर जिले की पुलिस को अलर्ट रखने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने सुरक्षाबल के जवानों को रेलवे स्टेशन और पटरियों पर सुरक्षा के लिए तैनात किया है।
गहलोत सरकार की ओर से मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला से फोन पर बात कर आंदोलन को शुरू नहीं करने की बात सरकार की ओर से रखी है। जिस पर कर्नल ने साफ तौर पर इनकार करते हुए कहा कि सरकार से आरक्षण मिलने के बाद ही इस आंदोलन को समाप्त किया जाएगा। बहरहाल, गहलोत सरकार की खामोशी से राजस्थान एक बार फिर आरक्षण की आग में जलने को तैयार है। अब आवश्यकता है तो सिर्फ समाधान की।