5 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे गुर्जर समुदाय के आंदोलन ने तीसरे दिन रविवार को हिंसक रूप धारण कर लिया। धौलपुर में महापंचायत के बाद आंदोलनकारियों ने आगरा-मुंबई राजमार्ग जाम कर दिया। इस दौरान पुलिस व गुर्जरों के बीच हिंसक झड़प हो गई। यहां प्रदर्शनकारियों ने पथराव व हवाई फायरिंग कर दी और पुलिस के 3 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। गुस्साई भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को भी जवाब में हवाई फायरिंग करनी पड़ी, इस दौरान 6 पुलिसकर्मी घायल भी हो गए। आंदोलनकारियों ने देर शाम धौलपुर की मोरोली पुलिस चौकी को भी जलाने का प्रयास किया।
हालात अनियंत्रित होने के बाद पुलिस व तमाम प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग कर अपनी जान बचाई। स्थिति बिगड़ती देख करीब 2-3 घंटे तक वाहन चालक भी घबराते हुए नजर आए। बाद में मौके पर पहुंचे अतिरिक्त पुलिस जाब्ता ने वाहनों को निकाला। पुलिस ने 200 लोगों पर केस भी दर्ज किया है और धौलपुर, करौली, मलारना डूंगर (सवाई माधोपुर), दौसा व भरतपुर में धारा 144 लागू की है।
पटरियों पर बैठना कानूनी रूप से सही नहीं- सीएम गहलोत
इधर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुर्जर आरक्षण आंदोलन पर बयान दिया है। दिल्ली से जयपुर लौटने के बाद सीएम गहलोत ने कहा कि सरकार गुर्जरों से बातचीत को तैयार है और मंत्रिमंडल की कमेटी भी बना दी गई है। गहलोत ने आगे कहा कि आरक्षण के लिए गुर्जरों का पटरियों पर बैठना कानूनी रूप से सही नहीं कहा जा सकता है। कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला को आगे आकर सरकार से वार्ता करनी चाहिए। साथ ही गहलोत ने गुर्जरों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील भी की है।