राजस्थान देश के सबसे विकसित राज्यों में से एक है। राजस्थान सरकार की कई महत्वकांक्षी योजनाओ से प्रदेश देश के मानचित्र में उभरा हुआ है। यहां कृषि, विद्युत, आवास, रोजगार, सड़क और पानी में राजस्थान आज देश के कई राज्यों से आगे है। राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जा रही ग्रामीण गौरव पथ योजना प्रदेश के विकास में अहम है। ग्रामीण गौरव पथ योजना से प्रदेश के कई जिलें सड़कों से जुड़ गये हैं।
गांवों को उन्नत बनाने में ग्रामीण गौरव पथ का योगदान
राज्य में इस साल सड़कों को लेकर सरकार ने कई कदम उठाये है । इसके लिए राज्य सरकार ने विभिन्न योजनाओ में 7,359 किमी सड़के बनाने का लक्ष्य प्रस्तावित किया था। इस लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान सरकार ने प्रदेश के कई जिलों में करीब 4000 किमी में सड़कों का जाल बिछाकर गांवों औऱ शहरों को जोड़ने का कार्य किया है। ग्रामीण गौरव पथ योजना में सड़को की लंबाई और सड़कों के लिए सबसे अधिक खर्च नागौर जिले में किया गया है। यहां राज्य सरकार ने 5,725 लाख रुपए ग्रामीण गौरव पथ पर खर्च किये है वहीं मिसिंग लिंक योजना पर सरकार ने 4051 लाख रुपए खर्च कर जिले को उन्नत और विकसित बनाया है। इन योजनाओं से नागौर जिले को सर्वाधिक सड़कों की सौगात मिली है।
ग्रामीणों के जीवन स्तर में हुआ सुधार
ग्रामीण गौरव पथ बनने से गांवों के लोगो के जीवन स्तर में सुधार हुआ है। जहां पहले जल निकास नहीं होने के कारण बरसात के दिनों में घुटनों तक कीचड़ रहा करता था, आने जाने में खासी दिक्कत होती थी, अब ग्रामीण गौरव पथ निर्माण से हर तरह का आराम हो गया है। ग्रामीण जनों को अस्पताल, बाज़ार और बच्चों को स्कूल तक आने जाने एवं स्थानीय लोगो को उनके खेतों में स्वयं और वाहनों को ले जाने में आसानी हो गई है ।