जयपुर। बीते 4 माह के शासन के दौरान कांग्रेस सरकार ने पिछली भाजपा सरकार के कई फैसलों को बदलने के क्रम में अब स्कूली पाठयक्रम में स्वतंत्रता सेनानी वीर दामोदर सावरकर की जीवनी में बड़ा बदलाव किया है। दरअसल सावरकर को 3 साल पूर्व भाजपा सरकार ने किताबों में वीर, देशभक्त और महान क्रांतिकारी बताया था। वहीं अब कांग्रेस सरकार के समय नये सिरे बने सिलेबस में सावरकर को वीर नहीं बताते हुए जेल की यातनाओं से परेशान होकर अंग्रेजों से दया मांगने वाला बताया है। इतना ही नहीं इसके अलावा भी अन्य कई ऐसे तथ्य जोड़े गए हैं जिसे भाजपा ने वीर सावरकर का अपमान बताया है।

भाजपा के विरोध जताने पर कांग्रेस ने कहा कि स्कूली पाठ्यक्रम की समीक्षा के लिए कमेटी का गठन किया था और इसमें किसी तरह की राजनीति नहीं की गई है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश की स्कूलों में दसवीं कक्षा के भाग-3 के पाठ्यक्रम में महापुरुषों की जीवनी के बारे में विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता है। सत्ता में आने के बाद कांग्रेस सरकार ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि जो भी पाठ्यक्रम भाजपा सरकार ने बदले थे उनकी समीक्षा की जाएगी। जिसके बाद ही सावरकर के बारे में कांग्रेस ने ये परिवर्तन किया है। सावरकर के सिलेबस में बदलाव के बाद अब भाजपा नेताओं में आक्रोश है। यह तय है कि आगामी दिनों में वीर सावरकर के मुद्दे पर भाजपा व कांग्रेस में सियासी मुकाबला ज्यादा दिखाई देगा।