राजस्थान की गहलोत सरकार ने आखिरकार मोदी सरकार की महत्त्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना को प्रदेश में लागू करने के लिए सहमति जता दी है। यह योजना पूर्व वसुंधरा सरकार की भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के साथ समन्वय कर लागू की जाएगी। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि योजना के लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी है और इसे जल्द ही लागू कर दिया जाएगा। आयुष्मान भारत योजना में राजस्थान के करीब 59 लाख 71 हजार लाभार्थी चिन्हित किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि आयुष्मान योजना के तहत गरीब लोगों को 5 लाख रु सालाना तक के कैशलेस इलाज की सुविधा मिल रही है।

मोदी सरकार ने आयुष्मान योजना को शुरु किया था तब प्रदेश में वसुंधरा सरकार थी और उसे समय इसे लागू नहीं किया जा सका था। लेकिन अब वसुंधरा सरकार की भामाशाह योजना के साथ ही जोड़कर आयुष्मान योजना को लागू किया जा रहा है। जिसके बाद लाभार्थी परिवारों का इलाज राज्य ही नहीं बल्कि देश के सभी संबद्ध निजी व सरकारी अस्तपालों में हो सकेगा। योजना के तहत किए गए उपचार में खर्च का 60 प्रतिशत केन्द्र सरकार और 40 प्रतिशत राज्य सरकार वहन करेगी।

वर्तमान में राजस्थान में करीब 97 लाख परिवारों को भामाशाह योजना का लाभ मिल रहा है। अब आयुष्मान योजना लागू होने के बाद अधिकतर मरीजों को भामाशाह की जगह आयुष्मान योजना का ही लाभ मिलेगा। वहीं जो व्यक्ति आयुष्मान योजना में शामिल नहीं हो पाता उसे भामाशाह योजना का लाभ मिल पाएगा। फिलहाल भामाशाह योजना में प्रत्येक पात्र परिवार को प्रतिवर्ष सामान्य बीमारियों के लिए 30 हजार रुपये और गम्भीर बीमारियों के लिए 3 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध कराया जा रहा है।