प्रदेश सहित देशभर में आज गणेश चतुर्थी पूरे उत्साह एवं भक्ति भाव से मनाई जाएगी। इस शुभ अवसर पर घर-घर में गणेशजी की स्थापना की जाएगी। इस साल गणेश चतुर्थी पर भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी, गुरुवार व स्वाति नक्षत्र का दुर्लभ संयोग आ रहा है। ऐसे में गणपति की यह पूजा और यह पर्व और भी खास हो जाता है। यह सुखद संयोग सुख व समृद्धि में वृद्धि करेगी। आभूषण, जमीन, मकान, वाहन आदि खरीदना शुभ रहेगा। नए व्यापार के लिए यह दिन सर्वश्रेष्ठ है। ज्योतिषियों के अनुसार जहां गणेश है, वहां शुभ और लाभ है। मंगल है। संपत्ति है। गणेश चतुर्थी के दिन किया गया हर कार्य सफल होगा।
मध्याह काल, वृश्चिक लग्न में पूजन करना श्रेष्ठ
शास्त्रों में गणपति का जन्म मध्याह काल में माना गया है। गणेश चतुर्थी के दिन मध्याह काल यानि सुबह 11:10 बजे से 11:36 बजे का रहेगा। इस समय में पूजा करना सर्वश्रेष्ठ है। वृश्चिक लग्न सुबह 11:05 बजे से दोपहर 1:22 बजे तक रहेगा। श्रेष्ठ चौघड़िया सुबह 6:16 बजे से 7:47 बजे का है।
राहु की दशा व दृष्टि वाले करें पूजन
शास्त्रों के अनुसार जिन जातकों पर राहु की दशा और दृष्टि है, उन्हें गणेश चतुर्थी के दिन गणपति की अराधना करनी चाहिए। सभी ग्रहों की शांति के लिए गणेशजी की उपासना श्रेष्ठ मानी गई है।