भरतपुर शहर के सैक्टर 13 में निर्मित होने वाले आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा एकीकृत महाविद्यालय का शिलान्यास तकनीकी शिक्षा एवं आयुर्वेद राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने किया। करीब 12.8 हैक्टएयर भूमि पर 20 करोड 67 लाख रुपये की लागत से बनने वाला यह एकीकृत महाविद्यालय का भवन एक वर्ष में बनकर तैयार हो जायेगा।

शिलान्यास के बाद आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुये तकनकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने बताया कि भारतीय चिकित्सा पद्धति द्वारा किये जाने वाले उपचार में रोगी को कोई दुष्प्रभाव नहीं होता और इस पद्धति के उपचार में काम आने वाले घटक तत्व आसानी से प्राप्त हो जाते हैं। इसी कारण इस पद्धति ने विश्व में अपनी अलग पहचान बनाई है।

उन्होंने बताया कि इस एकीकृत परिसर में यूनानी, आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, हीजामा थैरेपी का सेंटर खोला जायेगा। इस एकीकृत महाविद्यालय का लाभ भरतपुर संभाग के अलावा पडौसी राज्यों के रोगियों को मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि इस परिसर के पास 5 करोड रुपये की लागत से 50 बेड का आयुर्वेद चिकित्सालय भी शुरु किया जायेगा। जिसके भवन का शिलान्यास शीघ्र किया जायेगा।

डॉ. गर्ग ने बताया कि आरएसआरडीसी द्वारा बनाये जाने वाले इस एकीकृत महाविद्यालय के प्रथम तल पर स्त्री रोग, एनोटोमी, लैक्चर हॉल, पैथोलॉजी, नेत्र रोग और फार्माेकोलॉजी लैब के अलावा योग विभाग और समस्त विभागों की लैबों का निर्माण कराया जायेगा। उन्होंने संवेदक को निर्देश दिये कि निर्माण का कार्य निर्धारित समय एवं गुणवत्ता के साथ करें। उन्होंने भरतपुर में कराये जा रहे विकास कार्यों की विस्तार से जानकारी दी और बताया कि आयुष विभाग रिक्त पदों पर नियुक्तियां दे रहा है।

इस अवसर पर आयुर्वेद विभाग के निदेशक डॉ. आनन्द शर्मा ने बताया कि प्रदेश में आयुष पद्धति का निरन्तर विस्तार हो रहा है और सभी संभागों पर आयुर्वेद महाविद्यालय शुरु किये गये है तथा नये आयुष नर्सिंग कॉलेज भी खोले गये हैं। जिससे राजस्थान मॉडल स्टेट बन गया है।

कार्यक्रम में विभाग के ओएसडी गिरधर गोपाल, अतिरिक्त निदेशक कृष्ण गोपाल, उपनिदेशक सियाराम इन्दौलिया, होम्योपैथी की उपनिदेशक डॉ. वत्सना खटाना, आयुर्वेद महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. रीना खण्डेलवाल, पूर्व प्रधान निहाल सिंह, प्रधान प्रतिनिधि सतीश सोगरवाल, कांग्रेस शहर अध्यक्ष डॉ. दयाचंद पचौरी, राष्ट्रीय लोकदल के जिलाध्यक्ष संतोष फौजदार, सरपंच रवि मुरवारा, सरपंच नेमसिंह, पार्षद अशोक लवानिया, पूर्व सरपंच मोहनसिंह, टेक्नोलॉजी पार्क के निदेशक आलोक शर्मा, कौशलेश शर्मा सहित गणमान्य नागरिक एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

संवाददाता- आशीष वर्मा