जयपुर में पार्टी के प्रदेश कार्यालय में शनिवार को आयोजित हुए मदन राठौड़ के शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की मौजूदगी चर्चाओं में रही। पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया।
इस समारोह में बिना किसी का नाम लिए राजे ने इशारों-इशारों में एक तीर से कई निशाने साधे। हालांकि राजे के बयान के बाद अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन राजे के बयान से माना जा रहा है कि पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं है। ‘साइलेंट वॉर’ अभी भी जारी है।
वसुंधरा ने कहा कि राजनीति का दूसरा नाम उतार-चढ़ाव है। हर व्यक्ति को इस दौर से गुजरना पड़ता है। जब व्यक्ति इस बारे में सोचता है तो तीन चीजें दिमाग में आती हैं। पद, कद और मद। पद और मद स्थाई नहीं है। यदि आप अच्छा काम करते हैं तो कद स्थायी बन जाता है। पद का यदि मद(अहंकार) हो जाता है तो यह कम हो जाता है। मेरे लिए सबसे बड़ा पद जनता का प्यार, जनता का विश्वास है। ये ऐसा पद है, जो आपसे कोई नहीं छीन सकता। वसुंधरा की इस नसीहत पर प्रदेशाध्यक्ष राठौड़ ने कहा- इस गुरु मंत्र और चेतावनी की मैं ध्यान रखूंगा।
वसुंधरा राजे ने कहा कि आगे चलकर किसी गुट की नहीं, संगठन की कामयाबी के लिए मिलजुलकर काम करेंगे। ये आसान नहीं है, बहुत मुश्किल है, न आपके लिए, न कार्यकर्ताओं के लिए। सब बड़े प्यारे हैं। दोनों मिलकर आगे के काम करें। राठौड़ धैर्यवान हैं। यदि धैर्यवान नहीं होते तो इतने दिन तक पार्टी का हाथ बंटाने का काम नहीं करते।
वसुंधरा ने कहा, ”मुझे यकीन है कि वह इस नारे को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। वह सबको साथ लेकर चलेंगे। यह बहुत मुश्किल काम है और बहुत सारे लोग विफल भी हुए हैं, लेकिन मैं आपसे कहना चाहूंगी कि मुझे विश्वास है इस काम को आप पूरी लगन से करेंगे।”