जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच की तनातनी कई बार देखी जा चुकी है। कांग्रेस आलाकमान की तमाम कोशिशों के बाद भी दोनों नेताओं में अंतर्कलह कम होने की बजाय लगातार बढ़ती ही जा रही है। दोनों नेता एक-दूसरे के कितने विरोधी है, वो कई दफा जगजाहिर हो चुका है। हाल ही में डिप्टी सीएम ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बारे में ऐसा बयान दिया है जिसके बाद एक बार फिर से दोनों के बीच की दरारें बढ़ सकती है।

पहलू खां मामले को लेकर अपनी ही सरकार पर साधा निशाना

राजस्थान के बहुचर्चित पहलू खां मामले में हुई लापरवाही की जांच के लिए गहलोत सरकार ने 6 दिन पहले ही एसआईटी की गठन किया था, जिस पर अब सचिन पायलट ने सवाल उठाए हैं। अलवर दौरे पर निकले पायलट ने पत्रकारों को कहा कि एसआईटी का गठन 8 माह पहले ही हो जाना चाहिए था। अगर एसआईटी पहले बन जाती तो निचली अदालत का फैसला और कुछ होता। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले ही पहलू खां मामले में कोर्ट ने सबूतों के अभाव में सभी दोषियोंं को बरी कर दिया था जिसके बाद से राज्य सरकार पर जांच के लिए दबाव बना हुआ था। इससे पहले पायलट ने अलवर में हुए कथित मॉब लिंचिंग के हरीश जाटव के परिजनो से मुलाकात भी की।

प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में भी पायलट-गहलोत में हुई थी तनातनी

राजीव गांधी की 75वीं जयंती समारोह के दौरान प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने सीएम गहलोत पर निशाना साधा था। पायलट ने कहा था कि जिस तरह राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद भी संगठन को साथ में लेकर काम किया। उसी प्रकार आप (गहलोत) भी संगठन के कार्यकर्ताओं के काम के लिए डीपीआर का इंतजार नहीं करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि सरकारें तो आती-जाती रहती है लेकिन संगठन मजबूत होना चाहिए।