जयपुर में एक महिला ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली। रामगंज थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतका के भाई ने पति और जेठ-जेठानी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया है। मामले में पुलिस ने बुधवार रात आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया।
एसआई धर्मेंद्र कुमार ने बताया- सूरजपोल गेट, रामगंज निवासी सुगना मीना (30) ने आत्महत्या की है। करीब 8 साल पहले उसकी शादी नंदकिशोर मीना उर्फ गोविंद से हुई थी। 11 दिसंबर की सुबह करीब साढ़े चार बजे सुगना ने घर में जहर खा लिया। तबीयत खराब होने पर उल्टी की आवाज सुनकर पड़ोसी जाग गए।
सुगना की हालत गंभीर देख पड़ोसी उसे एसएमएस अस्पताल ले गए। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतका के भाई रोशन मीना ने पति नंदकिशोर मीना और जेठ-जेठानी किशन लाल-गौरा देवी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में बुधवार रात पति नंद किशोर मीना उर्फ गोविंद को गिरफ्तार कर लिया।
मृतक की बहन छोटी देवी ने बताया कि सुगना का पति शराब पीने का आदी था। पैतृक घर और दुकान के किराये से मिलने वाले पैसे से घर का खर्च चलता था। वह सुगना से झगड़ा करता था और उसके साथ मारपीट करता था। वह जान से मारने की धमकी भी देता था। चचेरी बहन गौरा देवी ने संपत्ति हड़पने की नियत से सुगना की शादी अपने देवर नंदकिशोर से करा दी थी।
विवाह के बाद गौरा, जो सुगना की भाभी बनी, किराये के पैसे वसूल करती थी। जेठ किशनलाल भी सुगना पर घर से भाग जाने का दबाव बनाता था। नंदकिशोर की पहली पत्नी को भी मानसिक रूप से प्रताड़ित कर और आत्महत्या के लिए उकसा कर मार डाला था, फिर भी इनका कुछ नहीं हुआ। वे धमकी देकर संपत्ति संबंधी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाते थे। प्रताड़ना से तंग आकर सुगना ने आत्महत्या का कदम उठाया।