मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की सफलता की कहानी कोई नई नहीं है। इसी योजना के तहत अजमेर जिले के मसूदा क्षेत्र के नयागांव में खेतों में कराई गई मेड़बंदी सफलता का नया इतिहास लिख रही है। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की वजह से किसानों को खेतों में सिंचाई की समस्या से पूरी तरह मुक्ति मिल गई है। साथ ही कटाव समाप्त हो जाने से खेतों का उपजाउपन भी बरकरार है। इस बारे में जानकारी देते हुए जिला कलक्टर गौरव गोयल ने बताया कि नयागांव के कृषकों ने ग्राम सभा में उपस्थित होकर उनके खेतों में हो रहे कटाव के बारे में बताया था। वर्षा का पानी बहकर उनके खेतों से चला जाता था जिसकी वजह से उनकी भूमि का कटाव के साथ-साथ उनके द्वारा जो देशी खाद डाली जाती थी, वह भी बहकर चली जाती थी।
फसल का उत्पादन काफी कम होने से उनको अपना भरण पोषण करने में समस्या उत्पन्न हो रही थी और मजदूरी के लिए दूसरी जगह जाना पड़ता था। अब मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत नयागांव में कृषकों की निजी भूमि में 30 हैक्टेयर में मेड़बंदी का कार्य कराने का प्रस्ताव प्रस्तावित किया गया। मानसून से पूर्व मेड़बंदी पर धामन घास बीज बुवाई का कार्य तीन लाईनों में कराया गया। उक्त कार्य से न केवल भूमि का कटाव रूका बल्कि नमी का संचय हुआ है। जिसकी वजह से कृषको के फसल उत्पादन में वृद्वि हुई। घामन घास बीज की बुवाई से न केवल मिट्टी का बन्ध मजबूत हुआ बल्कि कृषक द्वारा धामन घास बीज बुवाई से पशुओ को चारे की समस्या भी कम हुई है। राजस्थान सरकार की मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान योजना के लिए यहां के किसान और स्थानीय निवासी माननीय मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का धन्यवाद करते नहीं थकते हैं।