राजस्थान में 25 सीटों को लेकर चुनाव 29 अप्रैल और 6 मई दो चरणों में सम्पन्न हुए थे जिसके बाद अब एग्जिट पोल ने मतदाताओं के रुझान को दिखाया है। राजस्थान की राजधानी जयपुर शहर लोकसभा सीट की बात की जाए तो यहां से इस बार कांग्रेस ने वैश्य कार्ड चलते हुए पूर्व मेयर ज्योति खण्डेलवाल को मैदान में उतारा, वहीं भाजपा ने वर्तमान सांसद रामचरण बोहरा पर फिर से भरोसा जताया है। राजस्थान ही नहीं बल्कि देशभर की नजर इस सीट पर है क्योंकि पीएम नरेन्द्र मोदी व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दोनों ने ही अपनी-अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में रैली भी की थी।
जयपुर में शहर व ग्रामीण दो लोकसभा सीटें है, जिसमें जयपुर शहर में 8 विधानसभा सीटें शामिल है। 6 मई को हुई वोटिंग में जयपुर शहर लोकसभा क्षेत्र में कुल 68.11% मतदान हुआ। अब तक के चुनाव में नजर डाले तो भाजपा ने यहां 7 बार और कांग्रेस ने 3 बार जीत हासिल की है। साल 2014 में मौजूदा सांसद रामचरण बोहरा ने कांग्रेस के महेश जोशी को करारी शिकस्त देकर कमल खिलाया था। भारी अंतर से जीते बोहरा इस वर्ष 2019 में भी अपनी जीत के प्रति आश्वस्त दिख रहे हैं। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति खण्डेलवाल मेयर पद के अपने अनुभव व नोटबंदी, जीएसटी और रफाल मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरकर इस सीट पर विजय पताका फहराने के लिए उत्साहित नजर आ रही है।
कांग्रेस की जीत की राह काफी मुश्किल भरी
एग्जिट पोल में राजस्थान में कांग्रेस को 3-5 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है लेकिन इसमें जयपुर शहर लोकसभा सीट शामिल नहीं है। ऐसे में इस सीट पर कांग्रेस की जीत की राह काफी मुश्किल भरी और चुनौतीपूर्ण नजर आ रही है। हाल ही में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस ने जयपुर शहर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में की 8 सीटों में से 5 पर कब्जा किया है। लेकिन अगर वोटिंग परसेंटेज की बात करें तो बीजेपी का वोट बैंक कांग्रेस की तुलना में अधिक रहा है।