17वीं लोकसभा के गठन के लिए अंतिम चरण की वोटिंग रविवार को पूरी हो गई है। सातवें चरण का मतदान 7 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 59 सीटों पर हुआ। वोटिंग समाप्त होते ही एग्जिट पोल के नतीजे भी आ गए हैं। इनमें से अधिकतर सर्वे NDA को बहुमत मिलने की सम्भावना जता रहे हैं। वहीं राजनीतिक पार्टियों में भी जीत को लेकर घमासान मचा है। हर किसी की नजर लोकसभा चुनाव के नतीजों पर टिकी है। बड़े राजनीतिक दल अपनी जीत के कयास लगाये बैठे हैं लेकिन चुनाव के सटीक नतीजों का पता तो 23 मई को ही चल पाएगा। इस तारीख को देश की संसद में किस पार्टी का खाता खुलेगा और किस राजनीतिक दल का अकाउंट अगले 5 साल के लिए बंद हो जाएगा। इसका निर्णय तो VV-PAT में बंद प्रत्याशियों का भाग्य ही कर पाएगा। चुनाव आयोग की ओर से 23 मई को चुनाव परिणामों का आधिकारिक तौर से एलान होगा।

लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान के सामने आए एग्जिट पोल के आंकड़े भी इस बार 2014 के अनुसार लग रहे हैं। 543 में से 542 सीटों के एग्जिट पोल में एनडीए को लोकसभा चुनाव 2019 मैं स्पष्ट बहुमत मिलने की संभावना जताई है। देश में सियासी समीकरणों को बदलने के लिए 272 सीटें मिलने से बहुमत हासिल होगा। जबकि कुल लोकसभा सीटें 543 है।

राजस्थान की बात करें तो यहाँ भी कांग्रेस पर भाजपा भारी पड़ती दिख रही है। प्रदेश की सभी 25 सीटों में से हैं कांग्रेस को 5 सीटें मिलने का अनुमान है। जबकि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 100 सीटें जीती थी। विस चुनाव के बाद महज 5 महीने के भीतर प्रदेश में भाजपा ने सियासी तस्वीर बदल दी। राजस्थान में कांग्रेस को बसपा समेत निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। अगर एग्जिट पोल चुनाव परिणामों में बदल गए तो गहलोत सरकार के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। प्रदेश में भाजपा को औसत 22 सीटें व कांग्रेस को 3 के करीब मिलने का अनुमान है। टुडे चाणक्य के एग्जिट पोल में भाजपा को राजस्थान में 25 सीटें, इंडिया टुडे ने भाजपा को 23 सीटें व कांग्रेस को 2 सीटे अनुमान जताया है। जबकि टाइम्स नाउ ने भाजपा को 20 व कांग्रेस को 5 सीटें मिलने का अनुमान है।