विकास कार्यों में अनियमितता और लापरवाही बरतने पर प्रदेश सरकार ने दो अलग-अलग आदेश जारी कर 6 अधिकारियों को निलंबित किया है। निलंबित अधिकारियों में एक अधीक्षण, तीन अधिशाषी और एक-एक सहायक एवं कनिष्ठ अभियंता शामिल है। इन सभी के खिलाफ राजसमन्द जिले के गडबोर चारभुजा मंदिर तथा बांसवाड़ा जिले में घोटिया-अंबाजी मंदिर के विभिन्न विकास कार्यों में अनियमितता की शिकायतें प्राप्त हुई थी। इन शिकायतों पर जांच विचाराधीन होने के कारण इन कार्यों के क्रियान्वयन एवं पर्यवेक्षण के लिए इन सभी को निलंबित किया गया है।
निलंबन काल में इन सभी अभियंताओं का मुख्यालय मुख्य अभियंता कार्यालय, सार्वजनिक निर्माण विभाग, जयपुर रहेगा।
जानकारी के अनुसार, गडबोर चारभुजा मंदिर के विकास कार्यों में अनियमितता के लिए आरएसआरडीसी यूनिट उदयपुर के अधिशाषी अभियंता आरसी बलाई और कनिष्ठ अभियंता विशाल कुमार को निलंबित किया गया है। वहीं घोटिया-आंबाजी मंदिर के विकास कार्यों में अनियमितता के लिए आरएसआरडीसी अजमेर के उप महाप्रबंधक (अधीक्षण अभियंता) बीएल बैरवा, आरएसआरडीसी यूनिट बांसवाड़ा के अधिशाषी अभियंता आरसी जैन, अधिशाषी अभियंता इंदरमल सोमानी तथा सहायक अभियंता अम्बालाल राठौड़ पर तत्काल प्रभाव से निलंबन के आदेश जारी हुए हैं।
बता दें, मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे अपने 4 दिवसीय दौरे पर बांसवाड़ा दौरे पर थी और कल ही राजधानी लौटी हैं। शुक्रवार को उन्होंने बांसवाड़ा के घोटिया-अंबाजी मंदिर सहित अन्य जगहों के विकास कार्यों का जायजा लिया था। इसी दौरान यहां स्थानीय लोगों से अधिकारियों के खिलाफ अनियमितता की शिकायतें प्राप्त हुई थी।
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