सुरक्षाबलों ने रविवार को दक्षिण कश्मीर में बड़ी कार्रवाई करते हुए आतंकियों के खिलाफ 7 साल का सबसे बड़ा ऑपरेशन चलाया। सुरक्षाबलों ने एक दिन में हुई 3 मुठभेड़ों में 13 आतंकी मारे गिराए और एक को जिंदा पकड़ा है। मारे गए आतंकी स्थानीय निवासी थे और सभी को उनके रिश्तेदारों ने पहचान लिया है। इस दौरान आतंकियों से लोहा लेते हुए राजस्थान के बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ निवासी हेतराम गोदारा समेत 3 सैनिक भी शहीद हो गए। हेतराम गोदारा 34 राष्ट्रीय रायफल में तैनात 9 जाट रेजीमेंट के कमाण्डो थे। शहीद के परिवार की महिलाओं को अभी तक इस बारे में पूरी जानकारी नहीं दी गई है। हेतराम के शहीद होने की खबर के बाद से ही गांव में शोक की लहर छा गई है।
मात्र 25 वर्ष की उम्र में हुए शहीद, राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा अंतिम संस्कार
सोमवार शाम तक शहीद हेतराम गोदारा का पार्थिव शरीर इनके पैतृक गांव सोनियासर गोदारन पहुंचने की संभावना है। जहां शहीद का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। बता दें, शहीद गोदारा तीन भाई और एक बहिन में सबसे बड़े थे। वे मात्र 25 वर्ष की उम्र में ही देश के लिए शहीद हो गए हैं। हेतराम गोदारा का जन्म 25 जनवरी, 1993 को बीकानेर के सोनियासर गोदारन गांव में हुआ था और 2013 में वे भारतीय सेना में शामिल हुए थे। शहीद की प्रारंभिक शिक्षा अपने ननिहाल साजनसर, चूरू में हुई उसके बाद कातर गांव के विवेकानंद विधा आश्रम स्कूल में आगे की पढ़ाई की जहां से सेना में शामिल हुए थे। शहीद हेतराम अपने पीछे परिवार, पत्नी सुंदर देवी व एक पुत्र छोड़ कर गए हैं। शहीद के पुत्र भवानी की उम्र अभी मात्र 14 माह है।
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