मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा वित्त वर्ष बजट में की गई ई-लर्निंग स्टूडियो खोलने की घोषणा पूरी हो गई है। इससे प्रदेश के लाखों स्कूली विद्यार्थियों को पाठ्य सामग्री का कंटेट आॅनलाइन उपलब्ध करवाया जाएगा। प्रदेश के शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने शुक्रवार को शिक्षा संकुल स्थित राजीव गांधी विद्या भवन में ‘ई-स्टूडियो’का शुभारंभ किया। राजस्थान माध्यमिक शिखा परिषद्, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी तथा संचार विभाग द्वारा 3 करोड़ 22 लाख 86 हजार 562 रुपए की लागत से प्रारंभ हुए इस स्टूडियो के जरिए राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों के समस्त आईसीटी लैब वाले विद्यालयों के कक्षा-कक्षों को वर्चुअल कक्षाओं से जोड़ा जा सकेगा। इसके साथ ही अब शिक्षा संकुल से ही विद्यालयों एवं शिक्षा विभागीय कार्यालयों के शिक्षक, अधिकारीगण परस्पर प्रसारण के माध्यम से संवाद कर सकेंगे।
स्टूडियो के जरिए विद्यालय स्तर तक डिजिटल शिक्षा की पहुंच होगी
शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने कहा कि ई-स्टूडियो राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने बताया कि इस स्टूडियो के जरिए विद्यालय स्तर तक वर्चुअल अथवा डिजिटल शिक्षा की पहुंच होगी तथा विद्यार्थियों को पाठ्यसामग्री का ई-कंटेट उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने बताया कि स्टूडियो के जरिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की पाठ्य सामग्री भी विद्यार्थियों को ऑनलाइन उपलब्ध करायी जा सकेगी। मंत्री देवनानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल भारत की कल्पना को इस स्टूडियो के जरिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपनी बजट घोषणा के जरिए आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में तीन ‘टी’पर शिक्षा आधारित है। टेक्नोलोजी, टीम भावना और पारदर्शिता से शिक्षा में गुणवत्ता को बढ़ावा दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश में 8 हजार 500 विद्यालयों में आईसीटी लैब हैं। इसी शिक्षा सत्र में और 5500 विद्यालयों में आईसीटी लैब स्थापित कर दिए जाएंगे। राज्य सरकार का यह प्रयास है कि प्रदेश के विद्यार्थियों को सूचना और संचार प्रौद्योगिकी की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सभी स्तरों पर मिले।
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ई-स्टूडियो से शिक्षा राज्यमंत्री ने किया सीधा संवाद
शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने बताया कि ई-स्टूडियो के निर्माण से राज्य के जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान और जिला शिक्षा कार्यालय, निदेशालय आदि के अधिकारियों-शिक्षकों से भी सीधे संवाद हो सकेगा। इससे डिजिटल सामग्री के प्रसारण और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में राजस्थान अग्रणी बन सकेगा। मंत्री देवनानी ने स्टूडियो से ही निदेशालय, बीकानेर के अधिकारियों से सीधे प्रसारण के जरिए संवाद किया। उन्होंने प्रांरभिक शिक्षा परिषद् के निदेशक श्यामसिंह राजपुरोहित को 28 हजार शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को समयबद्ध पूर्ण करने के स्टूडियो के सीधे प्रसारण से ही निर्देश दिए। उन्होंनें अजमेर स्थित ईटी सैल के अधिकारियों से भी इस दौरान संवाद किया तथा विद्यार्थियों के लिए पाठ्यसामग्री के ई-कंटेट तैयार करने की प्रगति के बारे में जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने राज्य के कुछ जिला शिक्षा अधिकारियों से भी ई-स्टूडियो के जरिए संवाद किया।