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File-Image: आदतन अपराधियों के ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करेगी राजस्थान पुलिस.

राजस्थान पुलिस आदतन अपराधियों पर नकेल कसने के लिए नया तरीका अपनाने जा रही है। इससे तहत वाहन चलाकर अपराध की घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधियों पर रोक लगाने के लिए पुलिस ने अपना काम शुरू कर दिया है। दिल्ली पुलिस की तर्ज पर राजस्थान पुलिस अब आदतन अपराधियों के ड्राइविंग लाइसेंस जब्त कर उन्हें निरस्त करने का काम कर रही है। पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी रेंज महानिरीक्षक, आयुक्त, जीआरपी को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार सभी थाना पुलिस अपने इलाके के आदतन बदमाशों के खिलाफ यह कार्रवाई करेगी। पुलिस की चाहती है कि अपराधी किसी भी प्रकार के वाहन नहीं चलाए। अगर ये अपराधी वाहन चलाते हुए पकड़े जाते हैं तो पुलिस इनके खिलाफ सख्त रूख अपनाते हुए कानूनी कार्रवाई करेगी।

किसी बदमाश के पास लाइसेंस पाया जाता है तो संबंधित थाना होगा जिम्मेदार

जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान सरकार प्रदेश में बढ़ रही सड़क दुर्घटना और दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। इसके तहत हैवी ड्रिंकर, आदतन अपराधी और आमजन के लिए खतरा पैदा करने वाले लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस जब्त कर इन्हें निरस्त किया जा रहा है। राजस्थान पुलिस ने इस संबंध ने सभी थानों को आदेश भी जारी कर दिए हैं। राजस्थान पुलिस एमवी एक्ट 1988 की धारा 19 के तहत यह कार्रवाई करेगी। डीजीपी कपिल गर्ग ने सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वह कम से कम समय में ऐसे लोगों को चिन्हित करें। साथ ही इन अपराधियों का लाइसेंस जब्त कर आरटीओ को निलम्बन के लिए दें। आदेश में कहा गया है कि अगर किसी आदतन अपराधी के पास लाइसेंस पाया जाता है तो इसके लिए संबंधित थाना जिम्मेदार होगा।

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अभियान के तहत अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी पुलिस

इस अभियान के बारे में राजस्थान पुलिस का कहना है कि आदतन अपराधी अगर वाहन चला रहा है तो सड़क दुर्घटना की संभावना ज्यादा रहती है। इसके साथ ही जनहानि का भी अंदेशा बना रहता है। बता दें, इससे पहले यद तरीका दिल्ली में लागू किया गया, जिसके बाद से वहां दुर्घटनाओं में लगातार कमी आ रही है। दिल्ली पुलिस की तर्ज पर राजस्थान पुलिस भी अब इस तरीके को अपनाने जा रही है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद प्रदेश के सभी पुलिस थानों को अपने इलाकों में बदमाशों के खिलाफ इस अभियान के तहत कार्रवाई करनी होगी। साथ ही प्रत्येक पुलिस थाना इस मामले में अपनी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेजेगा।