बीकानेर। डॉ. भीमराव अंबेडकर राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना 2022 के प्रति जागरूकता के उददेश्य से गुरूवार को जिला उद्योग संघ में शिविर आयोजित किया गया। शिविर की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) पंकज शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने औद्योगिक विकास में अनुसूचित जाति, जनजाति की भागीदारी बढ़ाने एवं रोजगार के नए अवसर सृजित करने के उददेश्य से यह योजना प्रारम्भ की है। सम्बंधित वर्ग के अधिक से अधिक पात्र व्यक्ति इस योजना की जानकारी लेते हुए लाभान्वित हों।

कार्यक्रम में सुषमा बारूपाल ने कहा कि जिले के औद्योगिक विकास में हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह योजना प्रारम्भ की गई। अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के लोग इससे जुड़ी जानकारियां लें और लाभ उठाएं। जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र की महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा ने  शिविर प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं का जवाब दिया और बैंक से ऋण प्रक्रिया की जानकारी उपलब्ध करवाई।

जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र के उद्योग निरीक्षक नरेन्द्र कुमार द्वारा इस योजना की विस्तृत जानकारी दी गई। जिला अग्रणी बैंक अधिकारी एन. के. व्यास द्वारा बैंक एवं ऋण से संबंधित जानकारी के साथ ही सिबिल स्कोर को बेहतर रखने की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि सिबिल स्कोर अच्छा रखें जिससे वित्तीय संस्थाओं से ऋण सुलभता से प्राप्त हो सकेगा। दलित इंडियन चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री (डिक्की) के प्रतिनिधि किशन लाल इणखिया ने भी विचार रखे।

बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डी.पी. पच्चीसिया ने जिले में संभावित उद्यमों की जानकरी दी। जागरूकता शिविर में एस.के. बेरी, अम्बाराम इणखिया, कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. आर.के. मेहरा, राजस्थान अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास आयोग के सदस्य सांगीलाल वर्मा ने भी विचार रखे। जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र उपनिदेशक सुरेन्द्र कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। शिविर में विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधियों द्वारा बैंक ब्याज दर आदि की जानकारी उपलब्ध करवाई गई। शिविर में जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र के सोहन लाल जाट, बालमुकुंद पुरोहित, रवि कुमार, रविन्द्र कुमार, अशोक छंगाणी, किशन सिंह आदि का सहयोग रहा।