जिला अस्पताल प्रशासन की गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया। सरेआम एक कुत्ता नवजात बच्चे को मुंह में दबाकर उठा ले गया। प्रशासन अस्पताल में रोगियों के बीच इन कुत्तों के घूमने के बारे में कभी भी गंभीर नहीं हुआ, जिसका नजीजा है कि मासूम इन जानवरों को शिकार हो गया।
जानकारी के अनुसार, टीबी वार्ड में भर्ती मरीज की देखभाल के लिए उसकी पत्नी अस्पताल में ही रूकी हुई है। रात को कुत्ता आकर उसके पास सो रहे 1 महीने के बच्चे को उठा कर ले जाता है। कुछ देर बाद जब उसकी आंख खुली तो मासूम को अपने पास न पाकर जोर-जोर से चिल्लाने लगी। इसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। तब तक कुत्ते ने मासूम को नोंच डाला। जानकारी पर, भाजपा जिला अध्यक्ष नारायण पुरोहित, उपाध्यक्ष नारायण देवासी सहित कई नेता अस्पताल के परिसर में पहुंचे और विभागीय जिम्मेदारों के खिलाफ नारे लगाए। परिवार के सदस्य बुरी स्थिति में हैं, उनका रो-रो कर बुरा हाल है।
इस घटना के बाद से लोगों में बहुत नाराजगी है। जिला स्तर के अस्पताल में आज सुविधाओं और सुरक्षा के नाम पर हालत क्या है इसकी तस्वीरें सभी के सामने हैं। अस्पताल प्रशासन अस्पताल के परिसर में आवारा कुत्तों के बारे में कभी चिंतित नहीं था। कई बार इन कुत्तों ने लोगों पर हमला किया, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने कभी भी उन्हें रोकने या पकड़ने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की है। अस्पताल के परिसर में पुलिस पोस्ट के बावजूद, अस्पताल में आने वाले मरीज और उनके साथ लोग सुरक्षित नहीं हैं जो कई सवाल उठा रहे हैं। हॉस्पिटल के पीएमओ का शर्मनाक बयान आया कहा की गलती मरीजों के परिजनों की है, जिन्होंने वार्ड का गेट बंद नहीं किया
जानकारी मिलते ही भाजपा जिला अध्यक्ष नारायण पुरोहित, उपाध्यक्ष नारायण देवासी सहित कई नेता अस्पताल के परिसर में पहुंचे और विभागीय जिम्मेदारों के खिलाफ नारे लगाए।