राजस्थान में पिछले तीन दिनों से सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर हैं। चिकित्सकों की हड़ताल से राजस्थान भर में चिकित्सा सेवाएं बाधित हो रही है। लेकिन भरतपुर शहर से राहत भरी खबर मिल आई है। विभिन्न मांगों को लेकर राज्यभर में हड़ताल के बीच सोमवार को भरतपुर में हड़ताल का असर देखने को नहीं मिला और डॉक्टर काम पर लौट आए। भरतपुर शहर में अधिकांश चिकित्सक अपनी ड्यूटी पर नजर आए। साथ ही मेडिकल कॉलेज से जुड़े चिकित्सकों ने भी उनका दिया। भरतपुर में डॉक्टरों के अस्पताल पहुंचने से मरीजों को भी किसी भी तरह की कोई परेशानी देखने को नहीं मिल है।
हड़ताल को देखते हुए मरीजों की संख्या हुई कम
भरतपुर में चिकित्सकों की प्रस्तावित हड़ताल को देखते हुए जिले के आरबीएम अस्पताल और जनाना अस्पताल में मरीजों की संख्या अन्य दिनों की अपेक्षा थोड़ी कम रही। अस्पताल प्रशासन की ओर से चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से सुचारू बनाए रखने की दिशा में काम किए जा रहे हैं। जिससे जिले के मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। चिकित्सकों की हड़ताल को देखते हुए जिला प्रशासन भी पूरी तरह से नजर गडाए बैठा है। भरतपुर एडीएम दिनेश जांगिड़ चिकित्सा व्यवस्थाएं देखने के लिए आरबीएम अस्पताल भी पहुंचे। एडीएम दिनेश ने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी केसी बंसल से उपस्थित चिकित्सकों की रिपोर्ट भी ली।
तीसरे दिन भी सेवारत चिकित्सकों का आंदोलन: राजधानी जयपुर सहित प्रदेशभर में चिकित्सकों को तीसरे दिन भी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन जारी है। आंदोलन को लेकर प्राइवेट और सरकारी चिकित्सकों ने मंगलावार को जयपुर में चर्चा की। राज्यभर में सैकड़ों डॉक्टर्स को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। सरकार और प्रशासन चिकित्सा व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में पूरा प्रयास कर रही है।