जयपुर। ताजमहल दुनिया की सबसे बेहतरीन इमारतों में से एक और विश्व के आठ आश्चर्य में शामिल है। ऐसा कहा जाता है कि शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज की याद में ताजमहल का निर्माण करावया था। जयपुर रॉयल फैमिली ने दावा किया है कि ताजमहल उनकी संपत्ति है। रॉयल फैमिली की सदस्य और भाजपा सांसद दीया कुमारी का कहना है कि ताजमहल जिस जमीन पर बना है, उसका मालिकाना हक जयपुर के तत्कालीन राज परिवार के पास था।

शाहजहां ने किया परिवार की संपत्ति पर कब्जा
दीया कुमारी ने दावा किया है कि उनके पास ऐसे डॉक्यूमेंट मौजूद हैं, जो बताते हैं कि पहले ताजमहल जयपुर के पुराने राजपरिवार का पैलेस हुआ करता था, जिस पर शाहजहां ने कब्जा कर लिया। जब शाहजहां ने जयपुर परिवार का वह पैलेस और जमीन ली तो परिवार उसका विरोध नहीं कर सका, क्योंकि तब उसका शासन था। ताजमहल की जमीन पर मन्दिर था या नहीं। इस सवाल पर सांसद दीया कुमारी कहती हैं कि उन्हें इतना तो नहीं पता कि वहां कोई मंदिर था, या नहीं। लेकिन उनके पूर्वजों के एक महल की बात उन्होंने जरूर सुनी है।

ताजमहल से जुड़े दस्तावेज मौजूद 
सांसद दीया कुमारी कहती हैं कि उनके परिवार के ट्रस्ट के पोथीखाने में ताजमहल से जुड़े दस्तावेज मौजूद हैं, जिसमें ऐसे तथ्य हैं जो साबित करते हैं कि एक समय इस जमीन का मालिकाना हक उनके पूर्वजों के पास था। दीया कुमारी कहती हैं कि उस समय सरकार मुगलों की थी और संभव है बादशाह को जगह पसंद आ गई हो तो उन्होंने जगह कब्जा ली।

ताजमहल के बंद कमरों को खोला जाए
दीया कुमारी इस इमारत में तोड़फोड़ या किसी छेड़छाड़ के पक्ष में तो नहीं हैं, लेकिन वह इतना जरूर कहती हैं कि ताजमहल के बंद कमरों को खोला जाना चाहिए। दीया कुमारी कहती हैं कि बंद कमरों की जांच होनी चाहिए, जिससे यह पता लग सके कि आखिर वहां क्या था। उन्होंने यह भी कहा कि उनके पोथीखाने में जो भी दस्तावेज हैं, अगर कोर्ट इस बारे में कोई जानकारी चाहता है तो वह उन दस्तावेजों को कोर्ट को भी मुहैया कराएंगी.

नहीं दिया गया मुआवजा
जयपुर रॉयल फैमिली का कहना है कि शायद उस समय कोई मुआवजा दिया गया था। इस तरह की कुछ बातें उन्होंने सुनी है। लेकिन साथ ही वे यह भी कहती हैं कि तब सरकार ही सब कुछ हुआ करती थी। उस समय ऐसे कोई कानून नहीं थे, जिसमें मुआवजे को लेकर किसी तरह की अपील की व्यवस्था हो।