राजस्थान में पिछले साढ़े चार साल में स्कूली शिक्षा में जबरदस्त सुधार हुआ है। राजे सरकार ने शिक्षा पर विशेष फोकस करते हुए प्रदेश को 21वें स्थान से देशभर में दूसरे स्थान पर ला दिया है। प्रदेश के शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में राजस्थान की शिक्षा में एक युग बदल गया है। कभी शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा कहा जाने वाला हमारा राज्य अब देश में दूसरे स्थान पर है। अब शीघ्र ही राजस्थान के प्रत्येक ब्लॉक में जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मुख्यालय पर उप निदेशक तथा संभाग मुख्यालय पर संयुक्त निदेशक का पद सृजित कर पदोन्नति की जाएगी। शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने यह बात मंगलवार को अजमेर जिले के राजकीय जवाहर उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में कही।
शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने 336 शिक्षा अधिकारियों को लैपटॉप किए वितरित
शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री देवनानी ने कार्यक्रम में जिले के 282 पंचायत शिक्षा अधिकारियों सहित 336 शिक्षा अधिकारियों को लैपटॉप वितरित किए। उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल पहले हमने शिक्षा में बदलाव की शुरुआत की थी। अब प्रदेश के सभी 310 ब्लॉकों में शीघ्र ही जिला शिक्षा अधिकारियों के पद सृजित कर नियुक्ति की जाएगी। आजादी के बाद पहली बार सवा लाख से ज्यादा शिक्षकों को पदोन्नति दी गई। शिक्षकों के रिक्त पदों को नई भर्ती से भरा गया। स्कूलों को भौतिक संसाधन उपलब्ध कराए गए। उन्होंने कहा कि हमारे शिक्षा परिवार के साथ हम जल्द ही देश में नंबर एक पर होंगे। शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में हुए नवाचारों को पूरे देश में सराहा जा रहा है। देशभर में राजस्थान की शिक्षा का अनुसरण किया जा रहा है।
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अजमेर के 489 स्कूलों में तैयार करवाए जा रहे स्मार्ट क्लासरूम
शिक्षा राज्यमंत्री देवानानी ने कहा कि पहले हमने प्रत्येक पंचायत मुख्यालय पर पंचायत शिक्षा अधिकारी का पद सृजित कर उस क्षत्र के स्कूलों को पीईओ के अधीन किया। इसी तरह जिला मुख्यालयों पर उप निदेशक एवं संभाग मुख्यालयों पर संयुक्त निदेशक तैनात किए जाएंगे। सभी स्तर के अधिकारियों को तकनीक में माहिर करने के लिए लैपटॉप दिए जा रहे हैं। इनसे विभाग से संबंधित सभी तरह की सूचनाएं प्राप्त करना तथा भेजना ऑनलाइन हो जाएगा। अधिकारी ज्यादा से ज्यादा तकनीक का उपयोग करें ताकि कामकाज की गति और बढ़ सके। जिले के 489 स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम भी तैयार करवाए जा रहे हैं। इस अवसर पर जिले के 336 शिक्षा अधिकारियों को 1.41 करोड़ रुपए की लागत से लैपटॉप का वितरण किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा अधिकारी एवं जिलेभर से आए पंचायत शिक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।