भारतवर्ष में 5 दिवसीय दीपोत्सव का आज सबसे बड़ा और खास त्योहार है। आज दीपावली है सुख-समृद्धि का प्रतीक जिसे दिवाली भी कहते हैं। भगवान श्रीराम चन्द्र के 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या वापिस लौटने के लिए मनाया जाने यह त्योहार हिंदू धर्म मानने वालों के लिए साल का सबसे बड़ा त्योहार है। आज के शुभ दिन पर श्रीराम परिवार के साथ परम पूजनीय श्रीगणेश और महालक्ष्मी की पूजा की जाती है। महालक्ष्मीजी का पूजन घर में धन-वैभव और सुख-शांति के लिए की जाती है। भारत का यह सबसे बड़ा त्योहार है जो देश के प्रत्येक हिस्से में मनाया जाता है। दीपोत्सव महोत्सव का यह तीसरा त्योहार है। इसके अलावा अन्य त्योहार क्रमश: धनतेरस, रूपचौदस, गोवर्धन एवं भाईदूज है।
दीपावली के दिन शाम को महालक्ष्मी का पूजन व आरती की जाती है। इस आरती को शुभ मुहूर्त में करना चाहिए। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में पूजा न करने से कई दफा इसका वितरित परिणाम भी मिल सकता है। इसलिए घरों में साफ-सफाई व पवित्रता का पूरा ध्यान रखें।
आइए जानते हैं दीपावली की रात महालक्ष्मी पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त …
घरों में महालक्ष्मी पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त
घरों में दीपावली की रात महालक्ष्मी पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त शाम 6:20 से 6:33 बजे तक प्रदोष काल, स्थिर लग्न और स्थिर नवमांश कुंभ रहेगा।
महालक्ष्मी पूजन का चौघड़िया
शुभ: शाम 7:17 बजे से 8:55 बजे तक
अमृत: रात 8:56 बजे से 10:33 बजे तक
चर: रात 10:34 बजे से 12:44 बजे तक
स्थिर लग्न के मुहूर्त
वृश्चिचक लग्न: सुबह 7:28 बजे से 9:46 बजे तक
कुंभ: दोपहर 1:34 बजे से 3:04 बजे तक
वृष: शाम 6:08 बजे से रात 8:05 बजे तक
सिंह: रात 12:38 बजे से 2:54 बजे तक