जयपुर। डिजिटल युग में लोगों को बहुत सारी सुविधाएं मिलने से आम जीवन सरल और आसान हो गया है। जैसे जैसे डिजिटल प्रणाली का ज्यादा उपयोग किया जा रहा है वैसे वैसे साइबर ठगी के मामले भी बढ़ते जा रहे है। रोजाना ऑनलाइन फ्रॉड के बहुत सारे के सामने आ रहे हैं। ऑनलाइन धोखाधड़ी के जरिए लोगों की मेहनत की कमाई एक झटके से खत्म हो रही है। ठग रैंडम नंबरों पर फोन करते हैं और किसी इनाम या ऑफर का लालच देकर बैंक की डिटेल्स ले लेते हैं। इतना ही नहीं अपनी बातों में फंसाकर ओटीपी भी प्राप्त कर लेते हैं और पलक झपकते ही बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं। आइए जानते है इंटरनेट अपराध से बचने के आसान उपाय।

इन बातों का हमेशा रखें ध्यान
— किसी कंपनी या बैंक का नंबर गूगल पर सर्च न करें। इंटरनेट पर मिले नंबर जालसाजों द्वारा डाले गए भी हो सकते हैं और आप ठगी का शिकार हो सकते हैं।
— सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, ट्विटर पर पोस्ट डालकर कंपनी या बैंक का नंबर न मांगें।
— किसी बैंक या कंपनी का आधिकारिक कस्टमर केयर नंबर, उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद रहता है। जरूरत पड़ने पर सीधे वहीं विजिट करें।
— आजकल हर बैंक/कंपनी का सोशल मीडिया हैंडल है। आप वहां पर डायरेक्ट मैसेज के जरिए शिकायत कर सकते हैं। आधिकारिक ईमेल आईडी पर भी शिकायत की जा सकती है।
— अगर आपने किसी बैंक/कंपनी में कोई शिकायत की है और उसके बाद फोन कॉल पर आपकी समस्या हल करने के लिए कोई खाते या कार्ड से जुड़ी डिटेल मांगे तो न दें।
— अगर आप इंटरनेट या टेक्नोलॉजी के साथ बहुत ज्यादा फ्रेंडली नहीं हैं तो सीधे बैंक या कंपनी में जाकर अपनी समस्या बताना बेहतर रहेगा।
— पेटीएम, गूगल पे, फोनपे जैसे पेमेंट ऐप्स पर हेल्प सेक्शन रहता है। आप संबंधित पेमेंट ऐप्स पर हो रही परेशानी या ट्रांजेक्शन से जुड़ी कोई शिकायत के लिए उसे एक्सेस कर सकते हैं।

कैसे करें बचाव
— किसी भी तरह के ऑफर और लालच में ना आएं।
— अनजान व्यक्ति से फोन पर बात कर उसके बहकावे में ना आएं।
— अच्छी तरह जांच करने के बाद ही किसी भी बैंक खाते में राशि डालें।
— फेसबुक, ट्विटर आईडी का पासवर्ड स्ट्रांग रखें, सरल पासवर्ड न रखें।
— कोई रुपयों की मांग करता है, तो पहले जांच लें या मैसेज करने वाले से फोन पर संपर्क करें।
— बैंक कर्मचारी कभी भी फोन पर डिटेल्स नहीं मांगते हैं।