जयपुर में लंबे समय से की जा रही कस्टम क्लीयरेंस की मांग अब जाकर पूरी हुई जिससे राजस्थान के व्यापारियों को राहत मिली है। भारतीय डाक विभाग और केन्द्रीय वस्तु एवं सेवाकर विभाग के बीच हुए समझौते से प्रदेश की राजधानी जयपुर में ही कस्टम क्लीयरेंस हाउस खुल गया है। इससे न केवल राज्य से देश-विदेश में माल आयात एवं निर्यात करने का रास्ता आसान हो गया है, माल की क्लीयरेंस के लिए व्यापारियों की बार-बार दिल्ली जाने से भी निजात मिला है। साथ ही समय की भी बचत हुई है।
Read more: विश्व पोलियो दिवस आज, स्वस्थ समाज के निर्माण में सहभागी बनने की अपील
बता दें, राजस्थान और खासतौर पर जयपुर से सोने-चांदी, हैण्डीक्राफ्ट, मार्बल, माइन्स, हीरे-जवाहरात का माल देश-विदेशों में एक्सपोर्ट होता है। हैण्डीक्राफ्ट और राजस्थानी कपड़े-जूतियों की तो विदेशों में भी खासी डिमांड है। विदेश जाने और आने वाले माल की कस्टम क्लीयरेंस के लिए स्थानीय व्यापारियों को दिल्ली तक सफर करना पड़ता था। छोटे से पेपर वर्क के लिए भी इसी प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ता था जिसमें काफी समय खराब होता था।
अब राजस्थान परिमण्डल की भारतीय विदेश डाक विभाग और केन्द्रीय वस्तु एवं सेवाकर विभाग की मदद से कस्टम क्लीयरेंस सेवा जयपुर में शुरु हो चुकी है। जयपुर के भारतीय विदेश डाक कार्यालय में ही अब विदेश जाने वाले माल और विदेश से आने वाले सभी प्रकार के सामान को कस्टम क्लीयरेंस मिल सकेगी। राजस्थान के एक्सपोर्टर्स और इम्पोर्टर्स की मांग पर केन्द्रीय डाक विभाग ने यहां कस्टम क्लीयरेंस सेवाओं को शुरू करने की व्यवस्था की है।
Read more: प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान अब बंद नहीं होगा इंटरनेट