जयपुर। राजस्थान में चल रहा भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन-चार दिन तक निरंतर चलने के आसार हैं। कोटा, बूंदी, बारां, करौली और सवाईमाधोपुर जिलों में से एक-दो स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है। भारी बारिश के कारण राजस्थान के कई जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं।
कोटा में 2 लाख से ज्यादा हेक्टेयर फसलें तबाह
कोटा संभाग में ज्यादा बारिश के चलते फसलों को बड़ा नुकसान होने की आशंका है। कृषि विभाग की ओर से अब तक किए गए आकलन के मुताबिक सोयाबीन और उड़द का 2 लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र अतिवृष्टि के चलते प्रभावित हुआ है। कोटा, बारां और बूंदी जिले में व्यापक पैमाने पर उड़द तथा सोयाबीन की फसल को नुकसान हुआ है। कृषि विभाग द्वारा किए गए आकलन के मुताबिक 31 जुलाई से 4 अगस्त तक सोयाबीन का 1 लाख 48 हजार 477 हेक्टेयर क्षेत्र ज्यादा बारिश से प्रभावित हुआ है।
बूंदी और बारां में भी हैं बुरे हाल
बूंदी और बारां जिले में भी भारी बारिश के कारण फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। बारां में 33 हजार 290 हेक्टेयर में उड़द और 2 लाख 35 हजार 600 हेक्टेयर में सोयाबीन बोई गई थी। यहां उड़द में 9 हजार 758 हेक्टेयर क्षेत्र में और सोयाबीन में 49 हजार 634 हेक्टेयर क्षेत्र में बारिश से क्षति का आकलन किया गया है। वहीं बोई गई थी। यहां उड़द में 23 हजार 66 हेक्टेयर और सोयाबीन में 24 हजार 199 हेक्टेयर क्षेत्र ज्यादा बारिश से प्रभावित हुआ है।
कोटा में बचाव के लिए रेस्क्यू दल तैनात
कोटा संभाग में पिछले 6 दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण क्षेत्र में अब बाढ़ आ गई है। शहर के साथ ग्रामीण इलाके में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। बांधों और नदियों में पानी की जोरदार आवक बनी हुई है। प्रशासन ने बचाव के लिए रेस्क्यू दल तैनात कर रखे हैं।
चंबल, पार्वती और कालीसिंध में उफान
भारी बारिश होने से चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। चंबल सिंचाई परियोजना के जवाहरसागर बांध और कोटा बैराज डेम के कैचमेंट एरिया से भारी बारिश होने से दोनों बांधों में पानी की तेज आवक हुई है। पानी की निकासी का दौर बुधवार रात तक जारी रहा। कोटा में आलनिया, सावनभादो, रानपुर और लखावा जैस बड़े तालाबों में पानी की तेज आवक रही। चंबल के साथ पार्वती, कालीसिंध, चंद्रशेल और अमझार नदियां भारी उफान पर हैं। बरसाती नाले भी उफान पर है।