भरतपुर आज दिनांक 11मई 2023 को पार्षद दीपक मुदगल ने आयुक्त नगर निगम भरतपुर सुभाष गोयल को दिए शिकायत पत्र में लिखा की कुछ लोगों द्वारा शहर के सार्वजनिक स्थान,पार्कों की दीवाल,लाइट के पोल,बाजार में लगे लाइट बॉक्स,सरकारी कार्यालयों की दीवाल व पुरातत्व विभाग के वो पुराने दरवाजे जो शहर को शोभायमान बनाए रखते हैं ,जिनकी देखरेख पर सरकार व निगम वर्ष में लाखों रुपया खर्च कर रहा है।

किस कदर कुछ लोग खुले आम अपना मोबाइल न के साथ *”लेट्रिंग टैंक सफाई*,*सेप्टिक टैंक सफाई* लिखकर विरूपण कर रहे हैं। निगम की लापरवाही या अनदेखी। बी नारायन गेट पर निगम का जोन भी बना हुआ है जहां प्रचार प्रसार के लिए संपर्क हेतु न लिखे हुए हैं। मंडी अटलबंद का गेट जहां पूर्व में थाना भी था वहां भी लोग नहीं चूके। कॉलोनियों में लगे लाइट के पोलों पर ये शब्द देखने और पढ़ने को मिलेंगे। सुजान गंगा नहर की बाउंड्री पर भी लिख डाला।

पार्षद ने कहा कि जहां एक तरफ धार्मिक स्थानों पर भगवान के नाम या तिरंगे के रंग से लाइट पोलों को सजाया जा रहा है वही कुछ लोग मनमर्जी कर विरूपण कर रहे हैं। मुदगल ने शिकायत में लिखा की नगर निगम द्वारा सेप्टिक टैंक खलवाई के एक हजार रुपया प्रति टैंक लिया जाता है वही निजी तौर पर टैंक खाली करने वाले ये लोग एक हजार पांच सौ से अधिक रुपया लेते हैं जिससे से निगम की आय प्रभावित हो रही है साथ ही जानता पर भी अधिक भार पड़ता है।

पार्षद मुदगल ने संबंधित शिकायत के फोटो व वीडीओ भी आयुक्त को उपलब्ध करवाए और कहा की संबंधित लोगों को नोटिस जारी कर तुरंत प्रभाव से शहर के मुख्य दरवाजे ,लाइट पोल,लाइट बॉक्स ,सरकारी दीवाल व सार्वजनिक स्थानों से सफाई करवाई जाए व संबंधित लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। 

नगर निगम आयुक्त ने आश्वासन दिया की जल्द ही इन लोगों के खिलाफ विरूपण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्यवाही की जाएगी और लिखे शब्दों को साफ करवाया जाएगा।

reporter- ashish verma