जयपुर। राजधानी जयपुर के नगर निगम ग्रेटर मुख्यालय ‘अराजकता का मुख्यालय’ बन गया। मेयर सौम्या गुर्जर और आयुक्त यज्ञमित्र देव सिंह के बीच शुरू हुई तीखी बहस से पार्षद ऐसे भड़के कि सारी सीमाएं लांघ गए। आयुक्त IAS यज्ञमित्र सिंह देव ने भाजपा के करीब 3 पार्षदों पर धक्का मुक्की और मारपीट का आरोप लगाया हैं। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। बताया जा रहा हैं कि शुक्रवार दोपहर मेयर सौम्या गुर्जर के चैम्बर में पहुंचे आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव जब वापस बाहर निकल रहे थे। वहां मौजूद एक भाजपा पार्षद ने उनका हाथ पकड़ा और बाकी अन्य ने रोकने की कोशिश की। आयुक्त ने तीन पार्षदों पर मारपीट का आरोप लगाया है।
डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करने वाली फर्म को लेकर विवाद
बताया जा रहा है कि यह विवाद डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करने वाली फर्म को लेकर हुआ था। आयुक्त डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाली फर्म के संबंध में चर्चा के लिए मेयर के चेंबर में पहुंचे थे। इस दौरान किसी बात पर मेयर और आयुक्त में बहस हो गई। बताया जा रहा है कि आयुक्त कंपनी को भुगतान करवाने के पक्ष में थे। जबकि मेयर और वहां मौजूद अन्य जनप्रतिनिधि कंपनी से काम करवाने की बजाए वैकल्पिक व्यवस्था करवाने की बात कर रहे थे। फाइल पर साइन करने को लेकर मामला ज्यादा गर्मा गया। इसके बाद आयुक्त वहां से जाने लगे तो उनका हाथ पकड़कर रोक लिया गया है। आयुक्त ने बाहर आकर जमकर हंगामा किया।
आयुक्त ने इनके खिलाफ की कार्रवाई
इस घटना के बाद आयुक्त ने इन पार्षदों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का ऐलान किया हैं। मेयर चैम्बर के बाहर मौजूद कुछ होमगार्डस ने आयुक्त के स्टाफ को अंदर जाने से रोका। बाद में उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए आयुक्त ने सभी होमगार्डस को सस्पेंड करने के निर्देश दिया है। आयुक्त ने जिन पार्षदों पर आरोप लगाया हैं उनमे रामकिशोर प्रजापत, पारस जैन और अजय सिंह शामिल हैं।
नगर निगम कर्मचारियों ने जताया विरोध
इस घटना की जानकारी मिलते ही नगर निगम कर्मचारी ट्रेड यूनियन अध्यक्ष कोमल यादव और सफाई कर्मचारी यूनियन अध्यक्ष नन्दकिशोर डंडोरिया मौके पर पहुंचे और उन्होंने इसका विरोध किया। कर्मचारियों ने मेयर सौम्या का घेराव किया। इसके साथ ही हैरिटेज और ग्रेटर नगर निगम में 5 जून को सफाईकर्मियो की हडताल का ऐलान किया गया।