चूरू के रतनगढ़ थाना इलाके में जन्मदिन की पार्टी के दौरान मामूली विवाद पर एएसआई के बेटे ने हिस्ट्रीशीटर की हत्या कर दी। इसमें उनके आठ दोस्तों ने उसकी मदद की। विवाद के बाद एएसआई के बेटे ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर हिस्ट्रीशीटर पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। हिस्ट्रीशीटर वहीं गिर पड़ा। उसे मरा हुआ समझकर सभी आरोपी मौके से भाग गये।
घटना की जानकारी मिलते ही हिस्ट्रीशीटर के परिजन मोर्चरी के सामने धरने पर बैठ गए। उन्होंने एएसआई पर अपने बेटे और अन्य आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है।
रतनगढ़ थाना अधिकारी सुभाष बिजारणिया ने बताया कि शनिवार रात रतनसरा रोड स्थित कृषि फार्म में एक युवक की जन्मदिन की पार्टी चल रही थी। इसी दौरान दिलसुख गोदारा (24) का एक युवक से विवाद हो गया। झगड़ा इतना बढ़ गया कि युवक ने राजेंद्र सिंह के बेटे गंगा सिंह (23) समेत सात दोस्तों के साथ मिलकर उस पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। दिलसुख गोदारा को रतनगढ़ के जालान अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
गंगा सिंह के पिता राजेंद्र सिंह रतनगढ़ थाने में एएसआई हैं। थानाधिकारी सुभाष बिजारणिया ने बताया, सूचना पर मैं टीम के साथ मौके पर पहुंचा। पुलिस ने रतनगढ़ निवासी दिलसुख गोदारा के शव को कब्जे में ले लिया। पुलिस हत्या के आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी की जा रही है। सूचना के बाद एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंची और हत्या से जुड़े साक्ष्य जुटाए।
रविवार सुबह सूचना के बाद अस्पताल में मोर्चरी के सामने परिजनों की भीड़ जमा हो गई। गुस्साए परिजनों ने रतनगढ़ के जालान अस्पताल की मोर्चरी के सामने शव लेने से इनकार कर दिया। अस्पताल में माहौल तनावपूर्ण हो गया। गुस्साए परिजनों और युवाओं ने रतनगढ़ थाने के एएसआई राजेंद्र सिंह के बेटे गंगा सिंह पर हमलावरों के शामिल होने और उन्हें बचाने का आरोप लगाया।
आक्रोशित ग्रामीणों ने एएसआई को निलंबित करने की मांग की। डीएसपी सतपाल सिंह व थाना अधिकारी सुभाष बिजारणिया ने समझाइश की। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने एएसआई राजेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। इसके बाद परिजन युवक के शव का पोस्टमॉर्टम कराने को राजी हुए।