कांग्रेस सरकार में कांग्रेस के विधायकों के ही काम नहीं हो रहे है। कांग्रेस विधायक अपने ही मंत्रीयो पर काम नहीं करने का आरोप लगा रहे है। कठूमर से विधायक बाबूलाल बैरवा ने अपने विधानसभा में काम नहीं करवाने का आरोप लगाते हुये कहा की दलित होने की वजह से महेश जोशी और परसादी मेरा काम नहीं करते है और कोई कारण मेरी समझ में नहीं आता।
मैं शेड्यूल कास्ट आता हूँ, इसलिए मेरा काम नहीं करते-कठूमर से विधायक बाबूलाल बैरवा
बाबूलाल बैरवा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से कहा- मैं शेड्यूल कास्ट आता हूँ, इसलिए परसादीलाल मेरा काम नहीं करते। मैं उनसे ज्यादा सीनियर हूँ। उनसे ज्यादा और पहले मैं विधायक बना, लेकिन मेरा कोई कुछ काम नहीं करता। मैंने अपने बेटे को भेजा, जो वाइस प्रेसिडेंट भी है उसे भगा दिया गया। रघु शर्मा ने भी मेरा काम नहीं किया, लेकिन अगले ही दिन मेरे आवाज उठाते ही वह सरेंडर हो गये थे।
बाबूलाल बैरवा की इन बातों ने गहलोत सरकार को कठ़गरे में ला कर खड़ाकर दिया है उनकी बातों से यह बात साफ हो जाता है कि गहलोत सरकार में जब अपने ही विधायको का ही काम नहीं हो रहा है तो आम आदमी की क्या स्थिति हो रही होगी। जहाँ एक ओर सरकार बड़ी-बड़ी बाते करती है जनता की हिमायती बताने की कोशिश करती है। वही उनके ही विधायको द्धारा जब ऐसा आरोप लगाया जाया तो सरकार की कथनी और करनी का साफ पता चल जाता है। आगे जानते है बाबूलाल बैरना ने क्या कहा।
बैरवा ने कहा- मेरे क्षेत्र में अस्पताल, उपकेंद्र कुछ भी नहीं खुला है
बैरवा ने कहा- मेरे क्षेत्र में अस्पताल, उपकेंद्र कुछ भी नहीं खुला है। मेरे क्षेत्र में सैकड़ों पद रिक्त हैं। कोई डॉक्टर नहीं हैं। कई बार मुख्यमंत्री और प्रभारियों से कहा, लेकिन कुछ काम नहीं हुआ। मेरे एरिया में एक्सईएन लगाना है, स्टाफ लगाना है।
कठूमार में एक्सईएन का नया कार्यालय खुल गया है, लेकिन वहाँ अभी तक कुछ नहीं हुआ है। मैं महेश जोशी से 20 बार मिल चुका हूँ। मंत्री बोलते हैं लेकिन काम नहीं करते। महेश जोशी और परसादी लाल मीणा के अलावा बाकी मंत्री मेरा काम करते हैं। हर साल 40 हैंडपंप मिलते थे, लेकिन जलापूर्ति मंत्री ने आठ भी नहीं दिए। पिछले बजट में मुख्यमंत्री ने हैंडपंप लगाने की घोषणा की थी, लेकिन यह दूसरा बजट आने वाला है, पूरा साल बीत गया, अब तक कोई काम नहीं हुआ।
बाबूलाल बैरवा ने दो साल पहले तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा पर भी काम नहीं करने का आरोप लगाया था। उस वक्त बैरवा ने कहा था- दलित होने के नाते स्वास्थ्य मंत्री मेरा काम नहीं करते हैं। बैरवा ने बाड़मेर, जैसलमेर पर उनके क्षेत्र की नर्सों व अन्य कर्मचारियों का तबादला नहीं करने का आरोप लगाया था। अब बैरवा कह रहे हैं कि रघु शर्मा ने आवाज उठाते ही सारे काम कर दिये।
कई विधायक पहले ही सरकार के मंत्रियों पर सवाल उठा चुके हैं
कई विधायक पहले ही सरकार के मंत्रियों पर सवाल उठा चुके हैं। विधानसभा के पिछले बजट सत्र में कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा, अमीन खान ने मंत्रियों की कार्यप्रणाली पर जमकर सवाल उठाए थे। दिव्या मदेरणा ने जल आपूर्ति मंत्री महेश जोशी को रबर स्टैंप तक कह दिया था। अमीन खान ने कहा था कि उनके जिले में काम नहीं हो रहा है। मुसलमान 90 फीसदी वोट कांग्रेस को देते हैं, लेकिन बदले में उन्हें अधिकार नहीं मिलते।
पायलट समर्थक विधायक वेद प्रकाश सोलंकी कई बार पुलिस की भूमिका पर सवाल उठा चुके हैं
दो साल पहले पायलट समर्थक विधायकों ने भी दलित आदिवासी विधायकों को तवज्जो नहीं दिए जाने का मुद्दा उठाया था। पायलट समर्थक विधायक वेद प्रकाश सोलंकी कई बार पुलिस की भूमिका पर सवाल उठा चुके हैं। कांग्रेस की बैठकों में भी मंत्री निशाने पर रहे हैं। सचिन पायलट के समर्थक मंत्री हेमाराम चौधरी ने पिछले हफ्ते बिजली नहीं होने के मुद्दे पर सार्वजनिक तौर पर सवाल उठाए थे। पेपर लीक पर पूर्व मंत्री हरीश चौधरी ने उठाए सवाल थे।
राजस्थान में आज रंगदारी, हत्या, अपहरण की धमकी जैसी घटनाएं आम हो गई हैं
इन सब बातों से एक बात स्पष्ट है कि कांग्रेस सरकार में कुछ भी सही नहीं चल रहा है। जहाँ जनता कई समस्याओं से जुझ रही है वही सरकार के मन्त्री आपसी गुटबाजी में उलझे हुये है। जनता के कामों से उन्हे कोई सहानुभुति नहीं है सब जनता के पैसो का दुरपयोग करने में लगे हुये है।
राजस्थान में आज रंगदारी, हत्या, अपहरण की धमकी जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। पहले ऐसी घटनाएं यूपी और बिहार में देखी जाती थीं लेकिन अब यूपी में अपराधों पर लगाम लग गई है। लेकिन राजस्थान में अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। गैंगस्टर आए दिन ऐसी घटनाएं कर रहे हैं और सरकार को चुनौती दे रहे हैं, लेकिन इस चुनौती के बावजूद सरकार गैंगस्टरों का सफाया नहीं कर रही है और इसका खामियाजा राजस्थान की जनता को भुगतना पड़ रहा है।