जयपुर। ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस सरकार की गुटबाजी और अंतकलह थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश के अलवर के कठूमर से कांग्रेस विधायक बाबूलाल बैरवा ने अपनी ही सरकार के मंत्रियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विधायक बाबूलाल बैरवा ने आरोप लगाया कि चिकित्सा मंत्री उनके काम नहीं करते हैं। ऐसे में वे अपने इलाके के लोगों को क्या जवाब दें। बैरवा ने कहा कि ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला भी उनका कहा काम नहीं करते हैं। बैरवा के इन आरोपों पर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने सफाई देते हुए कहा कि उनके एक दो काम नहीं हुए हैं। उनसे मिलकर चर्चा करेंगे और इस मामले को सुलझाएंगे।
मंत्री काम नहीं कर रहे
विधायक बैरवा ने कहा कि चिकित्सा मंत्री ने उनके कहने पर एक भी काम नहीं किया। बैरवा ने कहा कि मुख्यमंत्री तो सही हैं, लेकिन ये मंत्री काम नहीं कर रहे। बैरवा यहीं नहीं रुके और उन्होंने ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला पर भी काम नहीं करने का आरोप लगाया। बैरवा ने कहा कि कांग्रेस को दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक वर्ग ने ही वोट दिया था, बाकी सब मोदी की तरफ चले गए थे। अब जब दलितों को लेकर मंत्रियों का यह रवैया है तो फील्ड में हम जनता को क्या जवाब दें। बकौल बैरवा उनके इलाके की दलित समाज की अविवाहित युवतियां जैसलमेर और बाड़मेर में नर्स हैं। उन्हें मात्र 13 हजार रुपए मिलते हैं। उनके तबादले तक नहीं किए, जबकि अभी 400 की लिस्ट निकली है। बैरवा बोले राहुल गांधी न्याय योजना की बात कह रहे हैं। यहां कांग्रेस में हम विधायकों को ही न्याय नहीं मिल रहा है। हम निकाय चुनाव में जनता को क्या जवाब देंगे।
पीसीसी चीफ ने विधायक के आरोपों पर दी सफाई
वहीं विधायक बैरवा के आरोपों पर पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा ने कहा कि उनकी विधायक से बात हुई है। उन्होंने 5 बजे मिलने का समय मांगा है। उनके एक दो काम नहीं हुए हैं। उनसे मिलकर चर्चा की जाएगी। जनप्रतिनिधि हो या आम आदमी, सबके वाजिब काम सरकार करेगी। डोटासरा ने कहा कि हमारी सरकार बनाने में दलित, आदिवासी, किसान, अल्पसंख्यक और युवा सहित हर वर्ग का योगदान है। हमारी सरकार उनके प्रति जवाबदेह है। हमारी सरकार में सिर झुकाना नहीं पड़ेगा। पार्टी की सरकार में वाजिब काम में रुकावट आती है तो उसकी जिम्मेदारी हमारी है।