राजस्थान विधानसभा चुनाव में हालांकि अभी एक माह का समय शेष है। लेकिन कांग्रेस के अंदरूनी मामलें संभाले नहीं संभल रहे हैं। राजस्थान कांग्रेस के कई नेता चुनाव से पहले ही खुद को सीएम के रूप में दावेदार बताकर पार्टी में हलचल मचा चुके हैं। इसी बीच कांग्रेस की एक नेता पर पैसे लेकर टिकट बेचने की ख़बरों ने पार्टी में खलबली मचा दी है। दरअसल, राजस्थान विधानसभा चुनाव टिकट बंटवारे में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की प्रमुख कुमारी शैलजा पर 3.5 करोड़ रुपए में टिकट बेचने के आरोप लगे हैं। कांग्रेस मुख्यालय के टॉयलेट में सोमवार को चस्पा मिले एक पोस्टर में शैलजा पर फलौदी टिकट को 3.5 करोड़ में बेचने का आरोप लगाया गया है। इस पोस्टर में शैलजा के साथ एक अन्य महिला का फोटो भी छपा है। पोस्टर के अनुसार फलौदी सीट पर विजयलक्ष्मी विश्नोई को 3.5 करोड़ में कांग्रेस का टिकट बेचा गया है।
कांग्रेस ने जून में स्क्रीनिंग कमेटी की राजस्थान प्रमुख बनाया था शैलजा को
जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने कुमारी शैलजा को राजस्थान स्क्रीनिंग कमेटी का चेयरपर्सन नियुक्त किया है। कांग्रेस ने जून महीने में ही विभिन्न राज्यों में स्क्रीनिंग कमेटियों का गठन करते हुए शैलजा को राजस्थान की जिम्मेदारी सौंपी थी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की स्वीकृति के बाद राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने कुमारी शैलजा की नियुक्ति की अधिकारी घोषणा की थी। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा को राजस्थान स्क्रीनिंग कमेटी का प्रमुख बनाते हुए ललितेश त्रिपाठी और शाकिर सनादि को बतौर सदस्य नियुक्त किया गया। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के दौरान स्क्रीनिंग कमेटी का अहम रोल रहता है और इसी लिहाज से चुनाव से छह महीने पहले ही कांग्रेस ने कमेटी का गठन कर दिया गया था। लेकिन शैलजा पर लगे आरोपों के बाद कांग्रेस की किरकिरी हो रही है।
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कौन है कुमारी शैलजा?
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुकी हैं। वे 1990 में महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बनीं थीं। शैलजा कांग्रेस व केन्द्र सरकार में विभिन्न पदों पर रही हैं। 10वीं लोकसभा के चुनाव में वे हरियाणा के सिरसा लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुनी गईं थीं। पीवी नरसिम्हा राव सरकार में उन्हें शिक्षा एवं संस्कृति मामलों की राज्यमंत्री बनाया गया था।1996 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के काफी खराब प्रदर्शन के बावजूद कुमारी शैलजा एक बार फिर से फिर से सांसद चुनी गईं। 2004 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें अंबाला लोकसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा। इस चुनाव में भी शैलजा ने जीत दर्ज की और वे मनमोहन सरकार में केन्द्रीय राज्यमंत्री बनीं।