राजस्थान विधानसभा चुनाव में अपनी नैया पार लगाने के लिए कांग्रेस ने भी भगवा दामन थामा। राजस्थान का बड़ा भगवा चेहरा मां आनंदी सरस्वती गुरुवार को कांग्रेस में शामिल हो गईं। वह कांग्रेस वॉर रूम में सीएम अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुई।
उनका असली नाम ममता कालानी है और वह मूल रूप से सिंधी समुदाय से आती हैं। कालानी पहले बीजेपी कार्यकर्ता थीं, लेकिन टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने हाल ही में बीजेपी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
कांग्रेस अजमेर उत्तर सीट पर बीजेपी के दिग्गज मंत्री वासुदेव देवनानी के खिलाफ ममता कालानी को मैदान में उतारना चाहती है। कांग्रेस लंबे समय से यह सीट नहीं जीत पाई है। क्योंकि यहां सिंधी मतदाताओं का दबदबा है। इसलिए अब कांग्रेस ने भी देवनानी के सामने एक लोकप्रिय सिंधी चेहरे को उतारने की तैयारी कर ली है। सोशल मीडिया पर उनका मां आनंदी सरस्वती के नाम से प्रोफाइल है, जिसमें उनके 51 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद साध्वी अनादि सरवस्ती ने कहा कि आज मेरे जीवन का क्रांतिकारी दिन है। उन्होंने कहा कि जिस विषय पर मैं काम कर रही हूं, वही काम गहलोत साहब भी कर रहे हैं। साध्वी ने कहा कि कुछ लोग सिर्फ कहते हैं, लेकिन गहलोत कहते भी हैं और करते भी हैं।
उन्होंने कहा कि संत राजनीति से ऊपर होता है। विश्व को परिवार मानकर मानव सेवा ही धर्म है। इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि कौन सा मंच है। उन्होंने कहा कि हम गाय, गंगा, गायत्री और गीता से हिंदू हैं। कहने से कोई गौभक्त नहीं हो जाता, गहलोत साहब पाखंड नहीं करते, जहां पाखंड है वहां धर्म नहीं।