राजस्थान के नए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के नाम का फैसला दो महीने बाद भी अधर में ही लटका हुआ है। आगामी विधानसभा चुनावों को भी अब 6 महीने से कम समय शेष है। अब पार्टी को फिर से बैक-टू-बैक सत्ता में लाने की जिम्मेदारी की जिम्मेदारी भी मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के कंधों पर आ चुकी है। ऐसे में मुख्यमंत्री राजे ने खुद प्रदेश में बीजेपी की चुनावी बागड़ोर को अपने हाथों में लेने का फैसला किया है। इसी का नतीजा है कि मुख्यमंत्री राजे बीते 4 महीनों में करीब 20 जिलों की 50 विधानसभाओं के दौरे कर चुकी है। फिर बात चाहे हो प्रचार की या फिर जनसंवाद या पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद की, वह केवल जीत का मकसद लेकर लगातार बिना रूके आगे बढ़ती जा रही हैं।
ज्यादातर समय जनसंवाद में बिताया, करोड़ों की सौगातें दी
पिछले कुछ महीनों में मुख्यमंत्री ने अजमेर, अलवर, धौलपुर, कोटा, जोधपुर व करौली जिलों का दौरा किया है। हाल ही में राजे बांसवाड़ा की तीन विधानसभाओं का दौरा कर लौटी हैं। देखा जाए तो चुनावी साल में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने अपना ज्यादातर समय जनता के बीच जाकर बिताया है। अपने दौरे के तुरंत बाद वह राजधानी लौटी हैं और यहां भी लोगों से जनसंवाद किया है। अपने दौरों के दौरान उन्होंने प्रदेश की जनता से सीधा संवाद कर विकास को गति देते हुए करोड़ों रूपए की सौगातें जिलों व विधानसभाओं को दी हैं। इस दौरान उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से भी संवाद कर चुनावी रणनीतियों पर चर्चा करने का समय बखूबी निकाला है।
राजस्थान में भाजपा का मतलब-वसुन्धरा राजे
अशोक परनामी के पद से इस्तीफा देने के बाद करीब दो महीने से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी खाली पड़ी है। इसके बावजूद न मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के दौरों पर कोई असर पड़ रहा है और न ही पार्टी के कार्यक्रमों, बैठकों और अन्य गतिविधियों पर। राजस्थान में घट रही पार्टी की सभी गतिविधियों पर राजे का पूरा नियंत्रण है। अगर एक तरह से देखा जाए तो अगर आगामी कुछ दिनों में प्रदेशाध्यक्ष का नाम फाइनल नहीं भी होता है तो प्रदेश की चुनावी रणनीति पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। इसकी वजह साफ है, राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी का केवल एक मतलब है, वह है वसुन्धरा राजे।
राजे के आगामी दौरों में आएगी तेजी
विधानसभा चुनावों को देखते हुए मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के आगामी दौरों में तेजी देखी जा सकती है। फिलहाल मुख्यमंत्री राजे दिल्ली में आलाकमान की बैठकों में व्यस्त हैं। वहां से लौटने के बाद उनका 25 से 28 जून से डूंगरपुर का दौरा प्रस्तावित है।
Read more: अब हर जिले में खुलेंगी पॉक्सो अदालत, 11 जिलों में अगले 6 महीनों में