अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर कोटा में बाबा रामदेव के सानिध्य में योग अभ्यास करने के बाद मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सीधे जोधपुर पहुंची। राजे यहां दो दिवसीय दौरे पर आईं है। दौरे की शुरूआत उन्होंने माता का थान में गुलाबदास महाराज निर्वाण की अद्र्धशताब्दी महोत्सव से की और यहां साधु-संतों का आशीर्वाद लिया। इससे पहले संत रामप्रसादजी ने मुख्यमंत्री राजे का चूंदड़ी ओढ़ाकर, माल्यार्पण, स्मृति चिन्ह आदि से अभिनंदन किया।
यहां मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा, ‘ईश्वर में जो आस्था रखता है उसे ईश्वर खाली हाथ नहीं भेजता। संतों के दर्शन से राज्य की सुख समृद्धि व आशीर्वाद प्राप्त होता है। संतों के आशीर्वाद से इस तेजी से बढती दुनिया ओर टैक्नोलोजी के युग में धर्म और संस्कृति के लिए बेहतरीन कार्य किया है। लोकदेवताओं के 125 करोड़ की लागत से 44 पैनोरमा बनाने का कार्य किया। राज्य में 600 करोड़ की लागत से मंदिरों के जीर्णोद्धार का कार्य किया। इनमें गोगामेड़ी से लेकर खाटूश्याम जी तक मंदिरों के कार्य शामिल है।’
उन्होंने आगे कहा कि इस साल हम 20 हजार वृद्धों को तीर्थयात्रा हवाईजहाज, रेल व बस मार्ग से कराएंगे। साथ ही बजट में 33 जिलों में एक नंदीशाला का इंतजाम करने का प्रावधान है। अगले दो माह में यह कार्य शुरू हो जाएगा। उन्होंने जोधपुर में भी एक नंदीशाला बनाने के लिए जिला कलेक्टर को शीघ्र जमीन आवंटित करने के निर्देश भी दिए।
इससे पहले मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने 126 करोड़ रूपए की लागत से बने रिक्तिया भैरूजी पर जेडीए द्वारा निर्मित वीरदुर्गादास राठौड़ मल्टीलेवल आरओबी का फीता काटकर पट्टिका का अनावरण किया। रात्रि में गणेश मंदिर में दर्शन किए और वहां जेडीए द्वारा कराए गए विकास व तालाब सौन्दर्यकरण कार्य का अवलोकन किया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री राजे स्थानीय महेश स्कूल में आयोजित भजन संध्या में भी शामिल हुईं।
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