मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बांगड़ परिसर के बाहर स्थित रैन बसेरे में गरीब एवं निराश्रित लोगों को अपने हाथों से खाना खिलाया। उन्हें इस तरह से खाना परोसते देखकर गरीब-बेसहारा लोग गदगद हो उठे। मुख्यमंत्री ने बड़े चाव से रैन बसेरे में पंगत में बैठे लोगों को खाना परोसा और उनकी खुशलशेम पूछी। मुख्यमंत्री जब रैन बसेरे में खैरगढ़, आगरा निवासी बुजुर्ग पूरणमल को खाना परोस रही थी तो उनकी नजर पूरणमल के पट्टी बंधी दोनों पैरों को देखा। उन्होंने बुजुर्ग के हालचाल पूछे और कहा कि अस्पताल दिखाया या नहीं। इसके बाद जयपुर नगर निगम के आयुक्त रवि जैन को निर्देश दिए कि बुजुर्ग पूरणमल को हॉस्पिटल ले जाकर उनका उचित इलाज कराया जाए।
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वसुंधरा राजे ने महिलाओं के रैन बसेरे में जाकर महिलाओं और बच्चों को भी खाना परोसा। उन्होंने हरसाणा (सीकर) की रामकली और नागपुर की सबीहा से बड़ी आत्मीयता के साथ बातचीत की और उनके हाल-चाल पूछे। रैन बसेरे में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी, महापौर अशोक लाहोटी और मोती डूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा ने भी लोगों को खाना परोसा।
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